पहलगाम हमले में मारे गए ठाणे के तीनों निवासियों के परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी: शिंदे |

पहलगाम हमले में मारे गए ठाणे के तीनों निवासियों के परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी: शिंदे

पहलगाम हमले में मारे गए ठाणे के तीनों निवासियों के परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी: शिंदे

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Modified Date: April 27, 2025 / 10:16 PM IST
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Published Date: April 27, 2025 10:16 pm IST

(फोटो के साथ)

ठाणे, 27 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को आश्वासन दिया कि पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले ठाणे जिले के तीन लोगों के परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।

शिवसेना प्रमुख शिंदे ने संजय लेले, हेमंत जोशी और अतुल मोने के शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की।

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों के हमले में मारे गए 26 लोगों में लेले, जोशी और मोने भी शामिल थे। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे।

पीड़ित परिवारों की दर्दनाक कहानी सुनकर शिंदे भावुक हो गए और इस दुखद घटना पर गहरा दुख जताया।

अपने दौरे के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस क्रूर घटना में, इनमें से प्रत्येक परिवार का भरण-पोषण करने वाले सदस्यों की मौत हो गई। यह बेहद दर्दनाक घटना है।’’

उपमुख्यमंत्री के डोंबिवली दौरे के दौरान कल्याण के सांसद श्रीकांत शिंदे और कुछ शिवसेना नेता उनके साथ थे।

उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘परिवार के सदस्य को उनके प्रियजनों के सामने ही मार दिया गया। ऐसी क्रूरता अक्षम्य है।’’

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और उनकी पार्टी तीनों परिवारों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने आश्वासन दिया, ‘‘हम इन परिवारों के बच्चों और आश्रितों की शिक्षा, रोजगार और कल्याण में पूरा सहयोग करेंगे।’’

शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संजय लेले, हेमंत जोशी और अतुल मोने के परिवारों से भी मुलाकात की तथा अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। साथ ही, उन्होंने हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।

उन्होंने कहा कि जोशी शिवसेना के समर्थक थे, जबकि लेले का परिवार पार्टी के उप जिला प्रमुख राजेश कदम से करीबी तौर से जुड़ा हुआ है।

शिंदे ने कहा, ‘‘ये परिवार हमारे अपने जैसे हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि उनकी जरूरतें अवश्य पूरी हों।’’

वहीं, सांसद श्रीकांत शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के रुख का हवाला देते हुए कहा कि भारत, पाकिस्तान को उसी भाषा में जवाब देने के लिए तैयार है जो वह समझता है।

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने के बाद से कश्मीर में स्थिरता और विकास के संकेत मिले हैं, लेकिन कुछ विध्वंसकारी ताकतें इस प्रगति से नाखुश हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह हमला शांति में खलल डालने का एक हताश प्रयास था, लेकिन इसके जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा मिलेगी।’’

भाषा सुभाष नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)