हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं था: अजित पवार ने आईपीएस अधिकारी को ‘फटकारने’ पर कहा

हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं था: अजित पवार ने आईपीएस अधिकारी को ‘फटकारने’ पर कहा

हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं था: अजित पवार ने आईपीएस अधिकारी को ‘फटकारने’ पर कहा
Modified Date: September 5, 2025 / 05:18 pm IST
Published Date: September 5, 2025 5:18 pm IST

मुंबई, पांच सितंबर (भाषा)महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने एक महिला आईपीएस अधिकारी को ‘फटकारने’ और अवैध रूप से मिट्टी खनन के खिलाफ कार्रवाई रोकने के लिए कहने का एक वीडियो प्रसारित होने पर शुक्रवार को सफाई देते हुए कहा कि वह हस्तक्षेप नहीं करना चाहते थे, बल्कि केवल तनावपूर्ण स्थिति को कम करने की कोशिश कर रहे थे।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)अध्यक्ष पवार की इस मुद्दे पर आलोचना होने पर पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी अंजना कृष्णा और अन्य अधिकारियों के काम में तब बाधा डाली, जब वे सोलापुर जिले में अवैध ‘मुरुम’ मिट्टी खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे।

बृहस्पतिवार को एक वीडियो प्रसारित हुआ था जिसमें पवार फोन पर कृष्णा को डांटते हुए सुनाई दे रहे हैं।

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पवार ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मेरा इरादा कानून प्रवर्तन में हस्तक्षेप करना नहीं था, बल्कि यह सुनिश्चित करना था कि जमीनी स्तर पर स्थिति शांत रहे और विवाद आगे न बढ़े।’’

उन्होंने कहा कि वह कानून के शासन को महत्व देते हैं और पुलिस बल और उसके अधिकारियों के प्रति सर्वोच्च सम्मान रखते हैं, जिनमें महिला अधिकारी भी शामिल हैं जो विशिष्टता और साहस के साथ सेवा करती हैं।

पवार ने कहा, ‘‘मैं पारदर्शी शासन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं और यह सुनिश्चित करूंगा कि मिट्टी खनन सहित हर अवैध गतिविधि से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाए।’’

क्षेत्रीय समाचार चैनलों पर प्रसारित वीडियो क्लिप में पवार को करमाला की उपविभागीय पुलिस अधिकारी अंजना कृष्णा से एक राकांपा कार्यकर्ता के फोन पर बातचीत करते हुए दिखाया गया है। कृष्णा पहले पवार की आवाज पहचान नहीं सकीं, जिसके बाद पवार ने वीडियो कॉल कर उनसे कथित तौर पर कार्रवाई रोकने को कहा।

भाषा धीरज नरेश

नरेश


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