हिंदू संगठन ने सीबीएफसी को पत्र लिखकर मराठी फिल्म ‘खालिद का शिवाजी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

हिंदू संगठन ने सीबीएफसी को पत्र लिखकर मराठी फिल्म 'खालिद का शिवाजी' पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

हिंदू संगठन ने सीबीएफसी को पत्र लिखकर मराठी फिल्म ‘खालिद का शिवाजी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की
Modified Date: August 5, 2025 / 05:16 pm IST
Published Date: August 5, 2025 5:16 pm IST

मुंबई, पांच अगस्त (भाषा) एक स्थानीय हिंदू संगठन ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को पत्र लिखकर आठ अगस्त को रिलीज होने वाली मराठी फिल्म ‘खालिद का शिवाजी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

संगठन का दावा है कि इसमें मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास को विकृत करने का प्रयास किया गया है।

पुणे स्थित संगठन ‘हिंदू महासंघ’ ने सीबीएफसी और फिल्म के निर्माताओं के समक्ष अपनी आपत्तियां प्रस्तुत की हैं।

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‘हिंदू महासंघ’ के अध्यक्ष आनंद दवे ने एक बयान में कहा, ‘‘फिल्म में छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास को विकृत करने का प्रयास किया गया है। निर्माताओं ने उन्हें धर्मनिरपेक्ष के रूप में चित्रित किया है, जो स्वीकार्य नहीं है। अगर फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया, तो हम उन सिनेमाघरों में विरोध प्रदर्शन करेंगे, जहां यह प्रदर्शित होगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम पुणे के सभी सिनेमाघरों से आग्रह करते हैं कि वे इस फिल्म को प्रदर्शित न करें। अगर यह ग्रामीण इलाकों में दिखाई जाएगी तो हम सिनेमाघरों पहुंचेंगे और छत्रपति शिवाजी महाराज के सही इतिहास पर व्याख्यान देंगे।’’

राज मोरे द्वारा निर्देशित ‘खालिद का शिवाजी’ एक मुस्लिम लड़के की कहानी है जो जीवन के अनुभवों के माध्यम से छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में सीखता है।

भाषा

शुभम सुरेश

सुरेश


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