पुणे, आठ जनवरी (भाषा) वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने सोमवार को शिवसेना (यूबीटी) से अपील की कि अगर वह महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के सदस्यों के साथ लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने में नाकाम रहती है तो वह उनकी पार्टी के साथ गठबंधन कर ले।
आंबेडकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी और वीबीए आगामी लोकसभा चुनाव में 24-24 सीट पर चुनाव लड़ सकती हैं।
आंबेडकर ने जनवरी 2018 को हुई कथित जातीय हिंसा की जांच कर रहे कोरेगांव भीमा आयोग के समक्ष गवाही देने के बाद पत्रकारों से कहा, “महा विकास आघाड़ी को (लोकसभा चुनाव के लिए) सीट-बंटवारे का फॉर्मूला अब लाना चाहिए। शिवसेना (यूबीटी) को यह बताना चाहिए कि वह कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ गठबंधन में कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी।”
उन्होंने कहा, “वीबीए ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर एमवीए घटकों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पाता है, तो वे (शिवसेना-यूबीटी) हमारे (वीबीए के) साथ गठबंधन कर सकते हैं और हम (लोकसभा चुनाव में) 24-24 सीट चुनाव लड़ सकते हैं।”
महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं।
वीबीए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा है या नहीं, इस पर आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा है, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि आंबेडकर के नेतृत्व वाली वीबीए लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन का ‘पूरी तरह से हिस्सा’ है।
आंबेडकर ने यह भी दावा किया कि कोरेगांव भीमा युद्ध की 200वीं वर्षगांठ के दौरान एक जनवरी 2018 को हुई हिंसा के बारे में पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा प्राप्त अग्रिम सूचना के तथ्यों को जांच आयोग के समक्ष नहीं रखा गया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने आज अपनी गवाही के दौरान आयोग से यह जानकारी एकत्र करने का अनुरोध किया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस की गवाही जांच में बहुत अहम है।’
आंबेडकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गरीब लोगों को एक-एक हजार रुपये की सहायता देनी चाहिए ताकि वे 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर ‘दीपावली’ मना सकें।
भाषा नोमान नेत्रपाल
नेत्रपाल
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