महाराष्ट्र के पालघर जिले में इमारत का एक हिस्सा ढहने से मां और बच्चे की मौत, नौ लोग घायल

महाराष्ट्र के पालघर जिले में इमारत का एक हिस्सा ढहने से मां और बच्चे की मौत, नौ लोग घायल

महाराष्ट्र के पालघर जिले में इमारत का एक हिस्सा ढहने से मां और बच्चे की मौत, नौ लोग घायल
Modified Date: August 27, 2025 / 12:36 pm IST
Published Date: August 27, 2025 12:36 pm IST

(फोटो के साथ)

पालघर (महाराष्ट्र), 27 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार में 13 साल पुरानी ‘‘अवैध’’ इमारत का एक हिस्सा ढह जाने से 24 वर्षीय महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई तथा नौ अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

घायलों को मुंबई के बाहरी हिस्से में स्थित इलाकों और नालासोपारा के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि दमकलकर्मियों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम घटनास्थल पर बचाव अभियान में जुटी है।

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अधिकारी ने बताया कि वसई तालुका विरार में नारंगी रोड पर स्थित चार मंजिला रमाबाई अपार्टमेंट का पिछला हिस्सा मंगलवार आधी रात 12 बजकर पांच मिनट पर पास की एक चॉल पर गिर गया।

वसई-विरार नगर निगम (वीवीएमसी) के अधिकारी ने बताया कि बचावकर्मियों ने मलबे से अब तक 11 लोगों को निकाला है जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हैं और उनमें से दो को मृत घोषित कर दिया गया है।

पालघर के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विवेकानंद कदम ने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि रमाबाई अपार्टमेंट का पिछला हिस्सा पास की चॉल पर गिर गया। उन्होंने बताया कि मलबे में कई निवासी फंस गए।

कदम ने कहा, ‘‘हमने 24 वर्षीय आरोही ओंकार जोविल और एक वर्षीय उत्कर्षा जोविल को दुर्भाग्य से खो दिया है। दोनों मलबे के नीचे बेहोश पाई गई थीं और अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।’’

घायलों को विरार और नालासोपारा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

कदम ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि मलबे में कोई भी फंसा न रहे। हम उन्नत उपकरणों और प्रशिक्षित बचाव कर्मियों की मदद से तलाश अभियान जारी रखे हुए हैं।’’

वीवीएमसी के एक प्रवक्ता ने दुर्घटनास्थल पर मीडियाकर्मियों को बताया कि एनडीआरएफ की दो टीम मलबा हटाने और यह पता लगाने के लिए काम कर रही हैं कि मलबे में कोई और व्यक्ति फंसा है या नहीं।

उन्होंने कहा, ‘‘इमारत ‘‘अवैध’’ है, इसके दो हिस्से हैं।’’

एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि इस त्रासदी से इमारत के निवासियों द्वारा आयोजित होने वाली गणेश उत्सव समारोह की योजना फीकी पड़ गई है।

भीड़ को नियंत्रित करने और वहां जारी बचाव कार्य के प्रयासों को सुगम बनाने के लिए घटनास्थल के चारों ओर अस्थायी अवरोधक लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इंजीनियर यह पता लगाने के लिए इमारत के शेष हिस्सों का भी आकलन कर रहे हैं कि और खतरा तो नहीं है।

कदम ने कहा, ‘‘हम इमारत के ढहने का कारण और आस-पास की इमारतों की संरचनात्मक स्थिरता का आकलन करने के लिए नगरपालिका अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं। एहतियात के तौर पर आसपास की इमारतों से निवासियों को अस्थायी रूप से बाहर निकाल दिया गया है।’’

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा


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