Kisan Karj Mafi Yojana 2025: धान खरीदी शुरू होने से पहले किसान कर्ज माफी का ऐलान, भाजपा सरकार ने खुशियों से भर दी अन्नदाताओं की झोली
Kisan Karj Mafi Yojana 2025: धान खरीदी शुरू होने से पहले किसान कर्ज माफी का ऐलान, भाजपा सरकार ने खुशियों से भर दी अन्नदाताओं की झोली
Kisan Karj Mafi Yojana 2025: धान खरीदी शुरू होने से पहले किसान कर्ज माफी का ऐलान / Image: ibc24
- किसानों का ऋण माफ करने का ऐलान
- कर्जमाफी के मानदंडों पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक समिति बनाई गई
- भाजपा सरकार ने खुशियों से भर दी अन्नदाताओं की झोली
मुंबई: Kisan Karj Mafi Yojana 2025 महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा किया है कि राज्य में किसानों का ऋण 2026 में 30 जून तक माफ कर दिया जाएगा। यह फैसला सरकार द्वारा गठित एक समिति द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली रिपोर्ट पर आधार पर होगा। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उनकी सरकार पिछले चुनाव के दौरान चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादे के अनुसार यह कदम उठा रही है।
Kisan Karj Mafi Yojana 2025 मुख्यमंत्री ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा , “हमारी महाराष्ट्र सरकार ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि वह किसानों का कर्ज माफ करेगी। हमने आज इस पर फैसला ले लिया है। हमने कर्ज माफी के तरीके और इसके मानदंडों पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक समिति बनाई है। यह समिति इसकी समीक्षा करेगी और 1 अप्रैल तक हमें रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद, तीन महीने के भीतर, यानी 30 जून से पहले, हम उस रिपोर्ट के आधार पर किसानों का कर्ज माफ कर देंगे।” बता दें कि, महायुति ने 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों को कर्जमाफी देने का चुनाव पूर्व वादा किया था।
मुंबई पुलिस की सराहना
पवई में बच्चों को बंधक बनाने की घटना पर मुख्यमंत्री ने 17 बच्चों को बचाने के लिए सटीक अभियान चलाने के लिए मुंबई पुलिस की सराहना की। मुंबई के पवई इलाके में बच्चों को बंधक बनाने वाले 50 वर्षीय रोहित आर्या को एचबीटी अस्पताल ले जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आर्या इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा, “मुंबई पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया और बहुत सटीक ऑपरेशन चलाया। 17 बच्चों को बिना किसी चोट के बचा लिया गया। हम जल्द ही आपको बाकी जाँच की जानकारी देंगे।”
मुंबई पुलिस सूत्रों के अनुसार, “शुरुआत में, आरोपी रोहित आर्य पुलिस की बातें सुन रहा था और सहयोग कर रहा था। उसने बातचीत में दीपक केसरकर का नाम लिया और कहा कि उसे केसरकर पर भरोसा नहीं है। जब उसने पुलिस का सहयोग करना बंद कर दिया, तो पुलिस ने अंदर जाने की रणनीति बनानी शुरू कर दी। दोपहर 2 बजे उसे आखिरी बार फ़ोन किया गया, जिसमें कहा गया कि उसकी माँगें मान ली जाएँगी और उसे बच्चों को जाने देना चाहिए। उसे उसके परिवार से बात करने के लिए कहा गया, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ। पुलिस ने दोपहर 3.30 बजे ग्रिल तोड़ना शुरू किया और शाम 4.30 बजे स्टूडियो में दाखिल हुई।”
सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने पूरे फर्श पर एक रसायन छिड़क दिया था, जिससे स्थिति और भी खतरनाक हो गई। “जैसे ही पुलिस अंदर गई, वह अपने बैग से कुछ निकालने के लिए झुका। उसी समय, एपीआई अमोल वाघमारे ने जवाबी कार्रवाई में एक गोली चलाई, जो उसके सीने के बाईं ओर लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई।” जांच में पता चला कि आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक वेब सीरीज का विज्ञापन डाला था और पिछले 4 दिनों से ऑडिशन चल रहा था। ऑडिशन में 17 बच्चों का चयन हुआ था। पुलिस ने कहा कि इस घटना को मुठभेड़ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि गोलीबारी बंधक बच्चों को छुड़ाने के लिए की गई थी।
पुलिस ने कहा, “यह बंधक बच्चों को छुड़ाने के लिए पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी थी। इसलिए इसे मुठभेड़ नहीं कहा जा सकता। पुलिस ने बंधक बच्चों को छुड़ाने के लिए गोली चलाई, जो आरोपी (रोहित आर्या) को लगी, जिससे वह घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।” अस्पताल ने रोहित आर्या को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पुष्टि की कि सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया और उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया।

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