चेहरे पर काला कपड़ा, हाथ बंधे हुए: पुणे निकाय चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने पहुंचा हत्यारोपी

चेहरे पर काला कपड़ा, हाथ बंधे हुए: पुणे निकाय चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने पहुंचा हत्यारोपी

चेहरे पर काला कपड़ा, हाथ बंधे हुए: पुणे निकाय चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने पहुंचा हत्यारोपी
Modified Date: December 27, 2025 / 10:38 pm IST
Published Date: December 27, 2025 10:38 pm IST

पुणे, 27 दिसंबर (भाषा) पोते की हत्या के आरोप में जेल में बंद स्थानीय बदमाश बंदू अंडेकर को पुलिस जब आगामी नगरपालिका चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के वास्ते शनिवार को पुणे के एक सरकारी दफ्तर लेकर पहुंची, उसका चेहरा काले कपड़े से ढंका हुआ था और दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए थे।

पुणे की विशेष मकोका अदालत ने पोते आयुष कोमकर की हत्या से जुड़े मामले में न्यायिक हिरासत के तहत जेल में बंद अंडेकर को स्थानीय निकाय चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने की सशर्त अनुमति शुक्रवार को दे दी। इसके बाद उसने शनिवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया।

अंडेकर की भाभी लक्ष्मी और बहू सोनाली ने भी अपने-अपने नामांकन दाखिल किए। ये दोनों भी आयुष की हत्या से जुड़े मामले में आरोपी हैं।

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पुणे और महाराष्ट्री की 28 अन्य नगरपालिकाओं के चुनाव के लिए मतदान 15 जनवरी को होना है।

अंडेकर, जिसका चेहरा काले कपड़े से ढका हुआ था और हाथ रस्सी से बंधे हुए थे, को नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए येरवडा केंद्रीय कारागार से पुलिस वैन के जरिये शहर के भवानी पेठ इलाके स्थित निर्धारित केंद्र पर लाया गया। केंद्र के अंदर ले जाते समय अंडेकर ने अपने समर्थन में नारे भी लगाए।

अंडेकर के वकील मिथुन चव्हाण ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अंडेकर और उसकी दो महिला रिश्तेदारों ने पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) के भवानी पेठ वार्ड कार्यालय में निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।

आयुष की पांच सितंबर को नाना पेठ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह गणेश कोमकर का बेटा था, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पूर्व पार्षद और बंदू अंडेकर के बेटे वनराज अंडेकर की हत्या के मामले में आरोपी है।

भाषा पारुल रंजन

रंजन


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