हमारा लक्ष्य साल के सभी 365 दिन पढ़ने की संस्कृति विकसित करना: एनबीटी प्रमुख

हमारा लक्ष्य साल के सभी 365 दिन पढ़ने की संस्कृति विकसित करना: एनबीटी प्रमुख

हमारा लक्ष्य साल के सभी 365 दिन पढ़ने की संस्कृति विकसित करना: एनबीटी प्रमुख
Modified Date: December 14, 2025 / 08:44 pm IST
Published Date: December 14, 2025 8:44 pm IST

पुणे, 14 दिसंबर (भाषा) नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) के अध्यक्ष मिलिंद मराठे ने रविवार को यहां कहा कि ट्रस्ट की योजना पुस्तक महोत्सवों का विस्तार ‘टियर-3’ शहरों तक करना और इन आयोजनों से परे जाकर साल के 365 दिन पढ़ने की संस्कृति को विकसित करना है।

उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश भर में पुस्तकालयों को मजबूत करने की योजना है।

मराठे ने पुणे पुस्तक महोत्सव के इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि महोत्सव का तीसरा संस्करण एक जन आंदोलन में तब्दील हो गया है, जिसमें करीब 750 प्रकाशक प्राय प्रत्येक विषय की किताबों के साथ हिस्सा ले रहे हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘यह अब केवल एनबीटी का पुस्तक महोत्सव नहीं रह गया है। पुणे के लोगों ने इसे दिल से अपना लिया है, जो भारी संख्या में आने वाले लोगों, कार्यक्रमों में उत्साहपूर्ण भागीदारी और बड़ी संख्या में पुस्तकों की खरीद से परिलक्षित होता है।’’

नौ दिवसीय इस पुस्तक महोत्सव में बच्चों के लिए विशेष तौर एक स्थान निर्धारित किया गया है, जहां पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए पढ़ने की आदतें, कहानी सुनाना, कार्टून और पोस्टर बनाना तथा पुस्तकों की सराहना करना सिखाने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ‘एन ऑथर कॉर्नर’ में लगभग 54 पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा साथ ही कई चर्चा सत्र भी आयोजित किये जाएंगे। मराठे ने कहा कि 16 से 21 दिसंबर तक चलने वाला पुणे साहित्य महोत्सव एक प्रमुख आकर्षण होगा। उन्होंने कहा, ‘‘छह दिवसीय इस महोत्सव में तीन दिन पूरी तरह से मराठी साहित्य को और शेष तीन दिन हिंदी तथा अंग्रेजी साहित्य को समर्पित होंगे। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान साहित्य महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।’’

भाषा

शुभम धीरज

धीरज


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