बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की रजा अकादमी ने की निंदा

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की रजा अकादमी ने की निंदा

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की रजा अकादमी ने की निंदा
Modified Date: December 28, 2025 / 07:42 pm IST
Published Date: December 28, 2025 7:42 pm IST

जालना, 28 दिसंबर (भाषा) इस्लामिक संगठन रजा अकादमी ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने में कथित विफलता को लेकर बांग्लादेश सरकार की निंदा की है और सुझाव दिया है कि जरूरत पड़ने पर भारत को अपने पड़ोसी देश के साथ राजनयिक संबंध तोड़ देने चाहिए।

मुंबई में स्थित रजा अकादमी के अध्यक्ष मोहम्मद सईद नूरी ने रविवार को जालना में पत्रकारों से कहा कि बांग्लादेश में धार्मिक समुदायों के खिलाफ ‘भीड़ हिंसा’ और भीड़ द्वारा हमले किए जाने की घटनाएं बेहद निंदनीय हैं।

उन्होंने मांग की कि भारत सरकार को कूटनीतिक स्तर पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए और यदि बांग्लादेश अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में विफल रहता है, तो उसके साथ द्विपक्षीय संबंध समाप्त करने पर भी विचार करना चाहिए।

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नूरी ‘ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उलेमा’ के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि रजा अकादमी और मुस्लिम समुदाय के सदस्य मिलकर बांग्लादेश के दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे और वहां अल्पसंख्यकों की तत्काल सुरक्षा और संरक्षण सुनिश्चित करने की मांग करेंगे।

उन्होंने कहा, “अल्पसंख्यकों की रक्षा करना हर देश का कर्तव्य है। इस तरह की हिंसा पर चुप्पी साधना अपराध में साझेदारी के समान है।”

नूरी जालना में सूफी संत सेर सावर के 748वें वार्षिक उर्स में शामिल होने आए थे। उन्होंने कहा कि सूफी संतों की शिक्षाएं प्रेम, भाईचारे और शांति का संदेश देती हैं और सभी इंसानों की समानता पर जोर देती हैं। उन्होंने कहा, “एक इंसान की हत्या को पूरी मानवता की हत्या के बराबर माना गया है।”

भाषा जोहेब संतोष

संतोष


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