पुणे, 23 जनवरी (भाषा) दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में मंगलवार को घुसकर 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़े बैनर लगाए जाने को लेकर संस्थान के छात्रों पर कथित रूप से हमला कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एफटीआईआई छात्र संघ (एफएसए) ने दावा किया कि जिन छात्रों पर हमला किया गया, उनमें एफएसए के अध्यक्ष मनकप नोकवोहम भी शामिल हैं।
पुलिस उपायुक्त संदीप गिल ने बताया कि एफएसए ने सोमवार को परिसर में एक बैनर लगाया था जिस पर ‘‘बाबरी विध्वंस, लोकतंत्र की हत्या’’ लिखा था।
यह घटना अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य समारोह के एक दिन बाद हुई।
पुलिस ने बताया कि मंगलवार दोपहर को 12 से 15 अज्ञात लोग परिसर में कथित तौर पर घुस आए जिन्होंने नारे लगाए, छात्रों पर हमला किया और बैनर फाड़कर उसे जला दिया।
डेक्कन थाने में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विपिन हसबनीस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धाराओं 143 (गैरकानूनी रूप से एकत्र होना), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 427 (नुकसान पहुंचाने वाली शरारत करने) और अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एफटीआईआई छात्र संघ ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वे ‘‘लोकतांत्रिक अधिकारों और छात्रों के जीवन’’ पर इस हमले के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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