‘आयाराम-गयाराम’ प्रकरण खत्म होने पर सीट बंटवारे की प्रक्रिया गति पकड़ेगी:प्रकाश आंबेडकर

‘आयाराम-गयाराम’ प्रकरण खत्म होने पर सीट बंटवारे की प्रक्रिया गति पकड़ेगी:प्रकाश आंबेडकर

‘आयाराम-गयाराम’ प्रकरण खत्म होने पर सीट बंटवारे की प्रक्रिया गति पकड़ेगी:प्रकाश आंबेडकर
Modified Date: February 12, 2024 / 10:08 pm IST
Published Date: February 12, 2024 10:08 pm IST

पुणे, 12 फरवरी (भाषा) वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने सोमवार को कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) में दलों के बीच सीट बंटवारे की प्रक्रिया ‘‘आयाराम-गयाराम’’ प्रकरण समाप्त हो जाने पर गति पकड़ेगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के पार्टी छोड़ने के दिन उनका यह बयान आया है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा बड़ी संख्या में मारे गए छापों से यह प्रदर्शित होता है कि सत्तारूढ़ भाजपा के पैरों तले जमीन खिसक रही है, भले ही उसने आगामी लोकसभा चुनावों में 370 से अधिक सीट पर जीत हासिल करने का दावा किया हो।

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आंबेडकर ने दावा किया, ‘‘(सीट के बारे में) बयान डर के कारण दिया जा रहा है। (विपक्ष के बीच) डर पैदा करने के लिए राजनीतिक नेताओं और कारोबारियों पर छापे मारे जा रहे हैं।’’

चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने की पृष्ठभूमि में, एमवीए में सीट बंटवारे पर बातचीत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘(सीट बंटवारे के बारे में) पहले एक खाका तैयार किया जाएगा। उसके बाद बातचीत होगी। मैंने सुना है कि पिछले दो दिनों में, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने चर्चा की है, जो एक सकारात्मक चीज है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं जानते कि उनके बीच क्या बात हुई। हालांकि, मुझे लगता है कि आयाराम-गयाराम की अधिक संभावना है। यह आयाराम-गयाराम प्रकरण समाप्त होने के बाद सीट बंटवारे पर चर्चा गति पकड़ेगी।’’

आंबेडकर ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र कभी एक अशांत राज्य नहीं रहा है और इसके लोग दलों को तोड़े जाने और गोलीबारी की हालिया घटनाओं जैसी कानून व्यवस्था को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

कांग्रेस के 15-16 विधायकों के भाजपा के संपर्क में हो सकने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर जाने का एमवीए पर असर नहीं पड़ेगा।

आंबेडकर ने कहा कि एक-दो नेताओं का जाना स्तब्ध करने जैसा हो सकता है लेकिन यह पार्टी को कहीं से भी प्रभावित नहीं करेगा।

चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ‘रिंग मास्टर’ हैं और अपनी धुन पर नचाने के लिए किसी भी तरह की जांच करा सकते हैं।

एमवीए में कांग्रेस, शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल है।

भाषा सुभाष नरेश

नरेश


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