मुंबई, 27 अप्रैल (भाषा) शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने पुलिस पर की गई अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर रविवार को खेद व्यक्त किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उन्हें उनकी टिप्पणी को लेकर फटकार लगाई थी। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी थी कि यदि विधायक ने भविष्य में अपनी भाषा पर ध्यान नहीं दिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
गायकवाड़ ने कहा कि यह टिप्पणी उन्होंने अपने निजी अनुभव के मद्देनजर की थी और उनका पुलिस बल को हतोत्साहित करने का कोई इरादा नहीं था।
गायकवाड़ ने कहा, ‘‘मैंने सुना है कि देवेंद्र जी इस टिप्पणी से नाराज हैं। मुझे (उपमुख्यमंत्री एकनाथ) शिंदे साहब का भी फोन आया। मेरी टिप्पणी का उद्देश्य पुलिस को हतोत्साहित करना या उसका अपमान करना नहीं था। मैंने सिर्फ अपने अनुभव साझा किए हैं और यदि मेरी टिप्पणी से महाराष्ट्र सरकार या राज्य पुलिस को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।’’
फडणवीस ने इस टिप्पणी पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि वह शिंदे से बात करेंगे।
फडणवीस ने कहा, ‘‘पुलिस के बारे में ऐसी टिप्पणी करना सही नहीं है। मैं शिंदे साहब से कहूंगा कि वह उनमें (गायकवाड़) कुछ समझ पैदा करें। अगर वह अक्सर इस तरह की बातें करेंगे तो हम कार्रवाई करेंगे।’’
शिंदे ने कहा कि गायकवाड़ ने अपनी टिप्पणी को लेकर खेद व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें जरूर की जानी चाहिए और इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन हम पूरे पुलिस बल को दोषी नहीं ठहरा सकते क्योंकि यह वीरता का प्रतीक है, चाहे वह 26/11 का आतंकवादी हमला हो, कोरोना वायरस महामारी हो या त्योहारों के दौरान उनका काम हो। वे सभी बाधाओं को पार करते हुए काम करते हैं।’’
बुलढाणा से विधायक गायकवाड़ विवादास्पद बयान देते रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस और पार्टी नेता राहुल गांधी पर अपनी टिप्पणियों से पहले भी विवाद खड़ा किया था।
उन्होंने यह भी दावा किया था कि 1987 में उन्होंने एक बाघ का शिकार किया था जिसका दांत वह अपने गले में पहनते हैं।
इसके बाद वन विभाग ने दांत को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया और गायकवाड़ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
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