पुणे, 24 जुलाई (भाषा) पुणे जिले की दौंड तहसील में एक लोक कला केंद्र में नृत्य प्रदर्शन के दौरान हवा में गोलियां चलाने की घटना के सिलसिले में पुलिस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) विधायक के भाई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यहां एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह घटना सोमवार देर शाम यवत के पास अंबिका लोक कला केंद्र में हुई। इस स्थान पर पारंपरिक लावणी और तमाशा का प्रदर्शन होता है।
नृत्य प्रदर्शन के दौरान हवा में गोली चलाने वाले चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, जिनकी पहचान कैलास उर्फ बालासाहेब मांडेकर, गणपत जगताप, चंद्रकांत मार्ने और रघुनाथ अवद के रूप में हुई है।
बालासाहेब मांडेकर पुणे में भोर सीट से विधायक शंकर मांडेकर के छोटे भाई है। विधायक शंकर, अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा से संबंधित हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने तीन लोगों – कैलास मांडेकर, गणपत जगताप और रघुनाथ अवध को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 125 (मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। हमने आरोपियों के पास से हथियार और एक वाहन भी बरामद किया है।’’
पुलिस के अनुसार, महिलाओं के एक नृत्य कार्यक्रम के दौरान रात साढ़े 10 बजे मांडेकर ने कथित तौर पर नृत्य करते हुए हवा में गोली चलाई, जिसके बाद वह और उसके दोस्त कार्यक्रम स्थल से चले गए।
पुलिस ने बताया कि इस घटना में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है।
इस दौरान राकांपा (शरदचंद पवार) नेता रोहित पवार ने कहा कि मामले को दबाने की कोशिश की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर घटना 21 जुलाई को हुई थी, तो पुलिस क्या कर रही थी? हमें पता चला है कि लोक कला केंद्र में गोलीबारी की इस कथित घटना के बाद पुलिस ने उस केंद्र के कलाकारों और कार्यकर्ताओं का वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने कहा कि वहां गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई।’’
पत्रकारों से बात करते हुए विधायक शंकर मांडेकर ने स्वीकार किया कि उनके भाई इस घटना में शामिल थे और कहा कि अगर वह दोषी हैं तो उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि उनके भाई के पास कोई हथियार लाइसेंस नहीं है और न ही उसके पास कोई आग्नेयास्त्र है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बंदूक गणपत जगताप की है और उसके पास वैध लाइसेंस है।’’
भाषा यासिर नरेश
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