ट्रेन गोलीबारी: जीआरपी की जांच टीम ने जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में हुए अपराध के दृश्य को रुपांतरित किया

ट्रेन गोलीबारी: जीआरपी की जांच टीम ने जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में हुए अपराध के दृश्य को रुपांतरित किया

ट्रेन गोलीबारी: जीआरपी की जांच टीम ने जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में हुए अपराध के दृश्य को रुपांतरित किया
Modified Date: August 9, 2023 / 10:49 am IST
Published Date: August 9, 2023 10:49 am IST

मुंबई, नौ अगस्त (भाषा) राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने यहां के ‘कार शेड’ में खड़ी ट्रेन के एक कोच में जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस के अंदर हुई घटना को रुपांतरित किया। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कांस्टेबल ने 31 जुलाई को चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ अधिकारी और तीन यात्रियों की कथित रूप से हत्या कर दी थी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि बोरीवली से जीआरपी की टीम मंगलवार को मुंबई सेंट्रल शेड (जहां खाली ट्रेन को खड़ा किया जाता है) पहुंची और उस कोच का निरीक्षण किया, जिसमें वारदात हुई थी।

अधिकारी ने बताया कि अपराध के दृश्य को रुपांतरित करने के दौरान मुख्य गवाह और आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

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उन्होंने बताया कि अपने वरिष्ठ, सहायक उप-निरीक्षक टीकराम मीणा एवं मुंबई जा रही ट्रेन के विभिन्न बोगियों में यात्रा कर रहे तीन यात्रियों की स्वचालित हथियार से हत्या करने का आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह (34) घटना को रुपांतरित किए जाने के दौरान मौजूद नहीं था।

सिंह फिलहाल जीआरपी की हिरासत में है।

अपनी अर्जी में सिंह की पुलिस रिमांड बढ़ाने का अनुरोध करते हुए जीआरपी ने सोमवार को अदालत से कहा था कि वे आरोपी को अपराधस्थल पर ले जाना चाहते हैं।

जांच टीम ने ट्रेन से सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिए हैं और घटना के बारे में और जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है, जिसका मकसद अब तक स्पष्ट नहीं है।

अधिकारी ने बताया कि टीम ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज किए हैं।

गोलीबारी की यह घटना 31 जुलाई को तड़के हुई, जब जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस मुंबई के बाहरी इलाका पर स्थित पालघर स्टेशन के निकट थी।

घटना के बाद सिंह ने भागने की कोशिश की लेकिन बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पास से हथियार भी बरामद हुए। यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींचकर मीरा रोड स्टेशन के पास ट्रेन को रोका था।

मृतक यात्रियों की पहचान पालघर जिला में नालासोपारा निवासी अब्दुल कादरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला (48), बिहार में मधुबनी के निवासी असगर अब्बास शेख (48) और मूल रूप से कर्नाटक में बिदर के रहने वाले और हैदराबाद में बसे सैयद सैफुद्दीन के रूप में हुई है।

रेलवे बोर्ड ने भी अलग से इस घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।

भाषा खारी सुरभि

सुरभि


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