तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं है, बल्कि आत्म-जागरूकता का प्रतीक है : फडणवीस |

तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं है, बल्कि आत्म-जागरूकता का प्रतीक है : फडणवीस

तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं है, बल्कि आत्म-जागरूकता का प्रतीक है : फडणवीस

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : August 13, 2022/6:13 pm IST

नागपुर, 13 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि कहा कि तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं है, बल्कि आत्म-जागरूकता का प्रतीक है।

फडणवीस भारतीय जनता पार्टी की ओर से यहां आयोजित ‘तिरंगा पदयात्रा’ के दौरान एक सभा में बोल रहे थे, जहां केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले भी मौजूद थे ।

शनिवार की सुबह त्रिशरण चौक से शताब्दी चौक तक निकाली गई इस पदयात्रा में पार्टी के कुछ अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया । यह कार्यक्रम आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था।

फडणवीस ने कहा, ‘‘तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं है, बल्कि हमारे ‘आत्मभान’(आत्म-जागरूकता) का प्रतीक है। तिरंगे से देश के लिये लड़ने वाले सैनिकों को प्रेरणा मिलती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक सैनिक का सपना होता है कि अगर वह जीत जाता है तो वह तिरंगा धारण करेगा और अगर वह शहीद हो जाता है तो उसमें लिपट जाएगा।’’

फडणवीस ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के आलोक में लोगों से अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील की ।

भाषा रंजन माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)