गढ़चिरौली को विकास से दूर रखने के लिए ‘शहरी नक्सली’ कर रहे विदेशी धन का इस्तेमाल: फडणवीस

गढ़चिरौली को विकास से दूर रखने के लिए ‘शहरी नक्सली’ कर रहे विदेशी धन का इस्तेमाल: फडणवीस

गढ़चिरौली को विकास से दूर रखने के लिए ‘शहरी नक्सली’ कर रहे विदेशी धन का इस्तेमाल: फडणवीस
Modified Date: July 22, 2025 / 04:27 pm IST
Published Date: July 22, 2025 4:27 pm IST

गढ़चिरौली, 22 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि राज्य के बाहर के “शहरी नक्सली” अफवाहें फैलाने और गढ़चिरौली के लोगों को विकास के रास्ते से दूर रखने के लिए विदेशी धन का इस्तेमाल कर रहे हैं।

फडणवीस गढ़चिरौली जिले में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद कोंसारी स्थित ‘लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड’ में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि गढ़चिरौली में नक्सलवाद कम हो रहा है और यहां के जंगलों में बहुत कम नक्सली बचे हैं जिन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है।

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मुख्यमंत्री ने नक्सलियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की।

उन्होंने आगाह किया कि हालांकि ऐसे समय में जब सशस्त्र नक्सलियों की संख्या घट रही है, “शहरी नक्सलवाद” बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें ‘शहरी नक्सलियों’ के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है, जो गलत सूचनाएं फैला रहे हैं।”

फडणवीस ने कहा कि जब गढ़चिरौली ने प्रगति करना शुरू किया और यहां एक इस्पात संयंत्र की आधारशिला रखी गई, तो अगले ही दिन सोशल मीडिया पर एक अभियान और पोस्ट शुरू हो गए, जिसमें दावा किया गया कि आदिवासियों की हत्या की जा रही है और उनकी जमीन पर इस्पात संयंत्र का निर्माण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अभियान में यह भी दावा किया गया कि बड़े पैमाने पर वनों की कटाई की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि अचानक ऐसा अभियान कैसे शुरू हो गया, जबकि सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया था और वह सभी को साथ लेकर विकास की दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस विभाग और गढ़चिरौली के आईजी संदीप पाटिल से यह पता लगाने को कहा कि वे लोग कौन हैं।

फडणवीस ने कहा, “आपको जानकर हैरानी होगी कि ये लोग महाराष्ट्र के नहीं थे। दो लोग कोलकाता में बैठे थे, और दो बेंगलुरु में, और ये लोग विदेशी फंडिंग पर काम कर रहे थे। ये लोग इस पैसे का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट के जरिए लोगों को संविधान के खिलाफ भड़काने के लिए कर रहे थे।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके जैसे कुछ लोग (शहरी नक्सली) लोगों को विकास से दूर रखने के लिए अफवाहें फैलाकर उनके बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

भाषा

प्रशांत नेत्रपाल

नेत्रपाल


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