राजनीतिक लड़ाई को ‘वोट जिहाद’ कहना गलत, हिंदू समाज को इसका मुकाबला करना चाहिए: राम मंदिर कोषाध्यक्ष

राजनीतिक लड़ाई को ‘वोट जिहाद’ कहना गलत, हिंदू समाज को इसका मुकाबला करना चाहिए: राम मंदिर कोषाध्यक्ष

राजनीतिक लड़ाई को ‘वोट जिहाद’ कहना गलत, हिंदू समाज को इसका मुकाबला करना चाहिए: राम मंदिर कोषाध्यक्ष
Modified Date: November 17, 2024 / 05:27 pm IST
Published Date: November 17, 2024 5:27 pm IST

पुणे, 17 नवंबर (भाषा) श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि ने रविवार को कहा कि राजनीतिक लड़ाई को ‘‘वोट जिहाद’’ कहना गलत है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को इसका मुकाबला करना चाहिए।

उनकी यह टिप्पणी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ‘‘वोट जिहाद’’ पर हमले और इसका जवाब ‘‘धर्मयुद्ध’’ से देने के आह्वान के बीच आई।

हिंदू संत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूर्व में इस बारे में निर्देश धार्मिक स्थलों से पर्चे बांटकर दिए जाते थे कि वोट किसे देना है, लेकिन अब खुलेआम ‘‘वोट जिहाद’’ जैसे नारे दिए जा रहे हैं।

 ⁠

उन्होंने कहा, ‘‘दो राजनीतिक दलों के बीच लड़ाई को ‘युद्ध’ कहना सही नहीं है। लेकिन, ‘वोट जिहाद’ की खुलेआम वकालत की जा रही है, इसलिए हिंदू समाज को बिना किसी हिचकिचाहट के इसका मुकाबला करना चाहिए।’’

स्वामी गोविंददेव गिरि ने कहा कि मतदान प्रत्येक नागरिक का अधिकार और जिम्मेदारी है।

इससे पहले, भाजपा के नेतृत्व वाली ‘महायुति’ सरकार के खिलाफ एक इस्लामिक विद्वान द्वारा ‘वोट जिहाद’ की कथित अपील का जिक्र करते हुए फडणवीस ने इसका मुकाबला करने के लिए ‘‘वोट का धर्मयुद्ध’’ करने का आह्वान किया था।

बीस नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले पुणे में कुछ रैलियों के दौरान, फडणवीस ने इस्लामिक विद्वान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो चलाया था और दावा किया था कि ‘वोट-जिहाद’ का नारा लगाया गया है।

भाषा शफीक नेत्रपाल

नेत्रपाल


लेखक के बारे में