पुणे,18 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र में पुणे पुलिस की ओर से ज़िलाबदर किया गया एक अपराधी जिला योजना एवं विकास परिषद (डीपीडीसी) की बैठक में कथित तौर पर अनधिकृत रूप से पहुंच गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि प्रदीप जगताप को छह महीने के लिए ज़िलाबदर किया गया था, मगर वह सोमवार को परिषद कक्ष में आयोजित बैठक में दिखा।
जिला प्रशासन के अनुसार, जगताप के खिलाफ बैठक में ‘अनधिकृत’ रूप से उपस्थित होने के लिए मामला दर्ज किया गया है। इस बैठक की अध्यक्षता जिला संरक्षक मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने की थी।
पुणे जिले के पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने कहा, “जब बैठक चल रही थी, मैंने पीछे बैठे जगताप को पहचान लिया और पुलिस कर्मियों को सतर्क कर दिया। पुलिस आई और उसे बाहर ले जाकर उससे पूछा कि वह ज़िलाबदर किए जाने के बावजूद किसकी अनुमति से बैठक में शामिल हुआ था।”
उन्होंने कहा कि पूछताछ से पता चला कि उसने बैठक में शामिल होने के लिए किसी से अनुमति नहीं ली थी।
सासवड थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक विनय जिनजुर्के ने बताया, “हमने जगताप के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि वह बैठक में अनधिकृत रूप से क्यों आया था।”
जगताप के खिलाफ रंगदारी से जुड़े मामले दर्ज हैं और उसे इस साल जुलाई में पुणे जिले से छह महीने के लिए ज़िलाबदर कर दिया गया था।
भाषा नोमान मनीषा
मनीषा
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