Manendragarh Zila Panchayat Election : मनेंद्रगढ़/चिरमिरी/भरतपुर: जिला पंचायत के चुनाव में एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जब अध्यक्ष पद के लिए हुए मतदान में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को समान संख्या में वोट मिले। स्थिति पेचीदा होने के कारण प्रशासन को फैसला टॉस के जरिए करना पड़ा, जिसमें भाजपा उम्मीदवार ने जीत हासिल की। इस नतीजे के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल देखने को मिला।
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टॉस से तय हुआ जिला पंचायत अध्यक्ष पद
गौरतलब है कि भाजपा ने यशवंती सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। मतदान के दौरान दोनों दलों—भाजपा और कांग्रेस—के उम्मीदवारों को समान रूप से पांच-पांच वोट मिले। ऐसे में चुनाव का फैसला टॉस के जरिए किया गया, जिसमें भाजपा की यशवंती सिंह को जीत मिली।
Manendragarh Zila Panchayat Election : इस अप्रत्याशित जीत के बाद भाजपा खेमे में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न मनाते हुए इसे पार्टी की मजबूती करार दिया।
1. जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव कैसे हुआ?
➤ जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान हुआ, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को समान संख्या में वोट मिले। इस स्थिति में फैसला टॉस के जरिए किया गया।
2. टॉस से चुनाव का फैसला क्यों किया गया?
➤ दोनों प्रत्याशियों को बराबर वोट मिलने के कारण निर्णय टॉस से लेना पड़ा, क्योंकि नियमों के अनुसार ऐसी स्थिति में टाई ब्रेकर के रूप में टॉस का सहारा लिया जाता है।
3. टॉस में कौन जीता और किसे हार का सामना करना पड़ा?
➤ टॉस में भाजपा उम्मीदवार यशवंती सिंह ने जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।
4. क्या चुनाव के इस नतीजे पर कोई विवाद हुआ?
➤ फिलहाल इस नतीजे को सभी दलों ने स्वीकार किया है और कोई बड़ा विवाद सामने नहीं आया है।
5. टॉस से निर्णय लेना कितना आम है?
➤ पंचायत और स्थानीय निकाय चुनावों में टाई की स्थिति में टॉस या लॉटरी जैसी प्रक्रिया से निर्णय लेना कोई असामान्य बात नहीं है।