Korba Nigam Sabhapati Election: कोरबा में बागी सभापति को BJP से निकाला.. बगावत कर लड़ा था चुनाव, अधिकृत उम्मीदवार को मिली थी हार

इस नतीजे के बाद भाजपा के भीतर असंतोष बढ़ गया और अब पार्टी ने ठाकुर को बाहर का रास्ता दिखाते हुए स्पष्ट संकेत दिया कि अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

  • Reported By: dhiraj dubay

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  • Publish Date - March 10, 2025 / 01:22 PM IST,
    Updated On - March 10, 2025 / 02:52 PM IST

Korba Nigam Sabhapati Nutan Singh Thakur || Image- Nagar Nigam Korba Facebook

HIGHLIGHTS
  • कोरबा निगम चुनाव: भाजपा उम्मीदवार की हार, बागी नूतन सिंह ठाकुर बने सभापति
  • बगावत पर कार्रवाई: भाजपा ने नूतन सिंह ठाकुर को पार्टी से निष्कासित किया
  • कोरबा नगर निगम चुनाव में बड़ा उलटफेर, भाजपा की रणनीति हुई विफल

Korba Nigam Sabhapati Nutan Singh Thakur: कोरबा: कोरबा नगर निगम के सभापति चुनाव में हाल ही में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था। भाजपा के पास पर्याप्त संख्याबल होने के बावजूद उनके अधिकृत उम्मीदवार हितानंद अग्रवाल को करारी हार का सामना करना पड़ा। वहीं, पार्टी के खिलाफ बगावत कर चुनाव लड़ने वाले नूतन सिंह ठाकुर ने जीत हासिल कर सभापति की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया।

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इस नतीजे से भाजपा की जमकर किरकिरी हुई थी। अब पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए नूतन सिंह ठाकुर को निष्कासित कर दिया है। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि बगावत करने वाले पार्षद पर भाजपा जल्द ही सख्त कदम उठा सकती है।

नूतन सिंह ठाकुर को मिले 33 वोट, भाजपा उम्मीदवार को सिर्फ 18

सभापति चुनाव के लिए भाजपा ने बालको क्षेत्र के पार्षद हितानंद अग्रवाल को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया था। कोरबा नगर निगम में कुल 67 पार्षद हैं, जिनमें भाजपा के 45, कांग्रेस के 11 और 11 निर्दलीय पार्षद शामिल हैं। भाजपा को पूरी उम्मीद थी कि महापौर पद पर शानदार जीत के बाद सभापति पद भी उनके खेमे में जाएगा।

Korba Nigam Sabhapati Nutan Singh Thakur: हालांकि, नूतन सिंह ठाकुर ने बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और भाजपा की रणनीति को पूरी तरह विफल कर दिया। मतदान के दौरान नूतन सिंह ठाकुर को 33 वोट मिले, जबकि हितानंद अग्रवाल सिर्फ 18 वोट ही प्राप्त कर सके। इसके अलावा, चुनाव में एक अन्य उम्मीदवार अब्दुल रहमान भी मैदान में थे, जिन्हें 16 मत मिले।

इस नतीजे के बाद भाजपा के भीतर असंतोष बढ़ गया और अब पार्टी ने ठाकुर को बाहर का रास्ता दिखाते हुए स्पष्ट संकेत दिया कि अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रदेश स्तर पर होगी जांच

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा ने स्पष्ट किया है कि नगर पालिका निगम कोरबा के सभापति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में कार्य करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि संगठन के निर्णयों के विरुद्ध कार्य करने वालों पर सख्त अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएंगे और इस संबंध में प्रदेश स्तरीय समिति द्वारा जांच करने की बात भी कही गई हैं।

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मनोज शर्मा ने कहा कि भाजपा अनुशासन और संगठनात्मक एकता में विश्वास रखती है। जो भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी पार्टी लाइन के खिलाफ काम करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर संगठन हित में कार्य करने की अपील की और कहा कि पार्टी के प्रति वफादारी और अनुशासन सर्वोपरि है।

कोरबा नगर पालिक निगम के सभापति चुनाव के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संगठन ने इस मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों पर जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

1. कोरबा नगर निगम के सभापति चुनाव में कौन विजयी हुआ?

नूतन सिंह ठाकुर ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर सभापति पद पर कब्जा जमाया।

2. भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार को कितने वोट मिले?

भाजपा उम्मीदवार हितानंद अग्रवाल को केवल 18 वोट मिले।

3. नूतन सिंह ठाकुर को भाजपा से क्यों निष्कासित किया गया?

भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने और जीतने के कारण उन्हें निष्कासित किया गया।

4. कोरबा नगर निगम में कुल कितने पार्षद हैं?

कोरबा नगर निगम में कुल 67 पार्षद हैं, जिनमें 45 भाजपा, 11 कांग्रेस और 11 निर्दलीय पार्षद शामिल हैं।

5. चुनाव में तीसरे उम्मीदवार को कितने वोट मिले?

अब्दुल रहमान, जो एक अन्य उम्मीदवार थे, उन्हें 16 वोट प्राप्त हुए।