वेंटिग यात्रियों के लिए राहत की खबर, भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार चलेंगी क्लोन ट्रेनें.. जानिए खासियत | News of relief for venting passengers, clone trains will run for the first time in the history of Indian Railways

वेंटिग यात्रियों के लिए राहत की खबर, भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार चलेंगी क्लोन ट्रेनें.. जानिए खासियत

वेंटिग यात्रियों के लिए राहत की खबर, भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार चलेंगी क्लोन ट्रेनें.. जानिए खासियत

वेंटिग यात्रियों के लिए राहत की खबर, भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार चलेंगी क्लोन ट्रेनें.. जानिए खासियत
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: September 7, 2020 12:12 pm IST

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्लोन ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। रेलवे उन रूटों पर क्लोन ट्रेनें चलाएगी जिसमें यात्रियों की संख्या ज्यादा हैं। इसमें उन रूटों को प्राथमिकता दी जाएगी जिसमें वेटिंग लिस्ट लंबी है। भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार क्लोन ट्रेनें पटरियों पर दौड़ेंगी। ये क्लोन ट्रेन मौजूदा विशेष ट्रेनों की ही क्लोन होंगी।

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इन ट्रेनों का स्टॉपेज सीमित होगा। सीमित स्टॉपेज रखने के पीछे मकसद है कि यात्रियों को उनके गंतव्य तक तेजी से पहुंचाया जा सके, स्पेशल ट्रेनों के क्लोन के रूप में चलाए जा रही इन ट्रेनों में 3 श्रेणी के AC कोच को प्राथमिकता दी जाएगी। मौजूदा विशेष मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में इन क्लोन ट्रेन की स्पीड ज्यादा होगी।

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ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट को ध्यान में रखते हुए रेलवे यात्रियों को विकल्प देगी, कुछ चुनिंदा स्टेशनों के लिए यात्रा कर रहे मुसाफ़िरों को विकल्प मिलेगा कि वे चाहे तो क्लोन ट्रेन से सफर कर सकते हैं। प्रतीक्षा सूची में रहे यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए क्लोन ट्रेन का ऑफर होगा।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer और शिफ्ट इंचार्ज हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है।