सिर्फ एक नंबर से रह गए थे फाइटर पायलेट बनने से, आज दुनिया कहती है इन्हे मिसाइल मैन….. जानें APJ KALAM की रोंचक बातें
APJ KALAM Was left with only one number to become a fighter pilot सिर्फ एक नंबर से रह गए थे फाइटर पायलेट बनने से, आज दुनिया कहती है इन्हे मिसाइल मैन
- आज का दिन देश के लिए गौरव दिवश से कम नही हैं। क्योकिं आज के दिन देश के महान वैज्ञानिक ऐपीजे अब्दुल कलाम का जन्म हुआ था है।
- कलाम साहब का जन्मदिन विश्व विद्यार्थी दिवश के रुप में भी मनाया जाता है। उनके राष्ट्रपति शासन काल में पहली बार राष्ट्रपति भवन विद्यार्थियों के लिए खोला गया था।
- 15 अक्टूबर 1931 को जन्मे कलाम का फाइटर पायलट बनने का सपना था। लेकिन मेंरिट में मात्र 1 नंबर से चूकने की वजह से वो नहीं बन पाऐ थे।
- कलाम ने भारत को ब्रम्होस्त्र जैसी सुपर सोनिक मिसाइलें दी हैं जिसके कारण इनको मिसाइल मैन भी कहा जाता है।
- राष्ट्रपति बनने के बाद कलाम साहब ने विद्यार्थियों से लगाव बनाए रखा, उनके इस लगाव को आप इस बात से पता कर सकते हैं कि 60 विद्यार्थियों के कमरें में उन्हे सुनने के लिए 300 से अधिक विद्यार्थी पहुंंचते थे।
- कलाम ने देश को एक बेहतरीन रक्षा सलाहकार के तौर पर भी सेवा दी है। जिसके बाद उन्हे 11 राष्ट्रपति के चुना गया। यह बिल्कुल सॉकिंग था कि कलाम का नाम राष्ट्रपति के लिए चुना गया।
- कलाम देश को भ्रष्ट्राचार मुक्त देखना चाहते थे। जिसके लिए उन्होने कहा था कि ये सिर्फ तीन लोग ही कर सकते है- माता-पिता और गुरु।
- भारत के महानतम लोगो की सूची में ऐपीजे अब्दुल कलाम का नाम गर्व के लिया जाएगा। जिन्होने अपना जीवन विद्यार्थियों के नाम कर दिया।

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