चावल में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है जो आपको रिलैक्स करने में मदद करता है, लेकिन रात के समय चावल खाने से आप सुबह खुद को फ्रेश महसूस नहीं कर पाते और आपको पूरे दिन आलस आता रहता है।ऐसे में जरूरी है कि आप चावल की बजाय रोटी, किनोआ, मिलेट, सब्जियां और दालों को अपने खाने में शामिल करें। (All image credit: Freepik)
बहुत से लोगों को रात में चावल खाने के बाद पेट फूलने और पाचन संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ता है। चावल में सिंपल कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो पाचन को धीमा कर सकते हैं। खासकर जब भारी डिनर के साथ खाया जाए, रात के खाने में चावल खाने से एसिडिटी, गैस हो सकती है, जिससे नींद डिस्टर्ब होती है।
सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज़्यादा होता है, जिसका मतलब है कि यह ब्लड शुगर के लेवल को तेजी से बढ़ाता है। रात में नियमित रूप से चावल खाने से, पेट की चर्बी बढ़ सकती है। सफेद चावल एक रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट है जिसमें फाइबर की कमी होती है, और इसका अधिक सेवन पेट के आसपास फैट के स्टोरेज को बढ़ाता है।
नींद के दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे चावल से अतिरिक्त कैलोरी को बर्न करना मुश्किल हो जाता है और जो समय के साथ वजन बढ़ाने में योगदान दे सकता है।
चावल में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर को एनर्जी देता है। हालांकि, रात में जब शारीरिक गतिविधि कम होती है, तो कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना खाने से फैट के रूप में कैलोरी जमा हो सकती है।
चावल आपको एनर्जी और पोषक तत्व प्रदान करता है, लेकिन इसे रात के समय डिनर में खाने से आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
चावल लगभग हर भारतीय घर में खाया जाता है, और कई लोग रात के खाने में चावल खाना पसंद करते हैं, हालांकि रात के समय चावल खाना आपके लिए एक हेल्दी ऑप्शन साबित नहीं होता है।