प्रकृति के गोद में बसा जतमई घटारानी जलप्रपात, मानसून में खुद को जाने से रोक नहीं पाएंगे आप
Jatmai Ghatarani Waterfall प्रकृति के गोद में बसा जतमई घटारानी जलप्रपात, मानसून में खुद को जाने से रोक नहीं पाएंगे आप
- राजधानी रायपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर गरियाबंद जिले में जतमई घटारानी स्थान है।प्राकृतिक रूप से यह स्थल काफी मनमोहक है। चारों ओर फैली हरियाली और उंचे पहाड़ों के बीच गिरता झरना यहां आने वालों के लिए यादगार बन जाता है।
- घटारानी जलप्रपात तक पहुंचने के लिए घने जंगल के बीच बनी सकरी सड़क है। जिसमें बताया जाता है कि जंगली जानवर भी हैं। जो कभी कभी यहां से गुजरने वाले पर्यटकों के वाहन के सामने आ जाते हैं।
- जंगल के बीचो-बीच स्थित जतमई जलप्रपात में 40 फीट की ऊंचाई से पानी नीचे पत्थरों से टकराते हुए आता है। ऊंचाई से गिरते हुए पानी की आवाज और फुहारों का मजा लेने के लिए पर्यटक यहां पर पहुंचते हैं।
- प्राकृतिक सुदंरता के बीच झरने में नहाने से आपको तरोताजगी महसूस होगी। वाटरफाल के ऊपर माता का मंदिर है, जहां लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं।
- बरसात के दिनों में यहां की सुंदरता में चार चांद लग जाते है। मां का ये मंदिर जंगल के बीचों-बीच बना हुआ है।जतमई घटारानी जंगलों से घिरा हुआ है।
- मानसूनी बारिश हो जाने के कारण वाटरफाल में पानी बढ़ गया है। पानी बढ़ने से वाटरफाल की सुदंरता बढ़ गई है। यहां पर घूमने के लिए जाने का सबसे अच्छा समय बरसात का रहता है।
- जतमई घटारानी सड़क मार्ग है। रायपुर से राजिम होते जतमई घटारानी तक का सफर तय कर सकते हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह निजी वाहन से जाना ज्यादा अच्छा है।

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