Places to Visit in Rajasthan: राजस्थान गए और ये 8 जगह नहीं घूमें तो क्या घूमें, इन जगहों से आपको भी हो जाएगा प्यार
Places to Visit in Rajasthan: राजस्थान गए और ये 8 जगह नहीं घूमें तो क्या घूमें, इन जगहों से आपको भी हो जाएगा प्यार
- अजमेर: अजमेर भारत के राजस्थान राज्य का एक प्रमुख व ऐतिहासिक नगर है। अरावली पहाड़ियों से घिरा यह शहर मुईनुद्दीन चिशती की, दरगाह शरीफ के लिए मशहूर है। राजस्थान आकर अगर, आप मुगल वास्तुकला के गवाह बनना चाहते हैं तो, अजमेर बेहद शांतिपूर्ण व आध्यात्मिक शहर है। राजस्थान के हृदय में.बसा अजमेर हिंदू व मुस्लिम श्रद्धालुओं का स्थान है। यहाँ प्रत्येक वर्ष भारी भीड़ उमड़ती है। इस शहर की एक और खासियत है, और वो है यहाँ की संस्कृति व शिल्प कौशल। यह एक धार्मिक स्थान है जहाँ आकर आपके मन को शांति मिल सकती है।
- पुष्कर: पुष्कर भारत के राजस्थान राज्य के अजमेर ज़िले में स्थित एक नगर व प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थल है। यह सबसे प्राचीन शहरों में से एक है, जो पाँच पवित्र धामों में से एक है। यही एकलौता शहर है जहाँ ब्रह्मा को समर्पित एक मंदिर है और इसी के लिए यह प्रसिद्ध है। नवंबर में यहाँ भारत का सबसे बड़ा ऊँटों के मेले का आयोजन होता है। छोटी-छोटी रंग-बिरंगी दुकानों पर सस्ते दामों पर शिल्प कौशल से बनी वस्तुऐं मिलती हैं। यहाँ की संस्कृति पर्यटकों को आकर्षित करती है। राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल में इस शहर का नाम भी बड़ी प्रसन्नता से लिया जाता है, क्योंकि इस शहर में वो खासियत है, जो यात्रियों का ध्यान अपनी तरफ केंद्रित कर सके।
- बूंदी: तारागढ़ या स्टार फोर्ट किला अरावली की ऊंची पहाड़ियों पर बना है। ये शानदार किला अरावली की नागपहाड़ी पर बना स्थापत्य का बेजोड़ उदाहरण है। इसे बूंदी का किला भी कहा जाता है। चौदहवीं सदी यानी 1354 में बूंदी के संस्थापक राव देव हाड़ा ने इस विशाल और सुंदर किले को निर्मित करवाया था। राजस्थान का एक और बहुत ही महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल, जब राजस्थान में घूमने लायक स्थानों की बात आती है तो यह शहर अक्सर पीछे छूट जाता है। जयपुर से 210 किमी दूर, बूंदी कभी बूंदा मीना नामक जनजाति का मूल स्थान हुआ करता था और इसलिए इसे यह नाम विरासत में मिला है। यह शहर अपने शानदार किलों, बावड़ियों, झीलों और प्राचीन वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
- चित्तौड़गढ़: भारतीय इतिहास के सबसे प्राचीन शहरों में से एक, चित्तौड़गढ़ की स्थापना 734 ईस्वी में मौर्य राजवंश द्वारा की गई थी। यह शहर महाराणा प्रताप और मीरा बाई सहित कई ऐतिहासिक शख्सियतों का जन्मस्थान रहा है। यह बेराच नदी के तट पर स्थित है और इसमें कई विरासत किले, स्मारक और संबंधित कहानियां और दंतकथाएं हैं। यहां आप चित्तौड़गढ़ किला, राणा कुंभा का महल, फतेह प्रकाश महल, रानी पद्मिनी का महल, कुंभस्वामिनी मंदिर, कीर्ति स्तंभ, विजय स्तंभ, कालिका माता मंदिर आदि चीजों का आनंद ले सकते है।
- जैसलमेर : जैसलमेर दुर्ग स्थापत्य कला की दृष्टि से उच्चकोटि की विशुद्ध स्थानीय दुर्ग रचना है। ये दुर्ग 250 फीट तिकोनाकार पहाडी पर स्थित है। रावल जैसल ने अपनी स्वतंत्र राजधानी स्थापित की थी। दुनिया के सबसे बड़े किलों में से एक होने के कारण, जैसलमेर किले को स्वर्ण किला कहा जाता है क्योंकि इसकी दीवारें पीले बलुआ पत्थर से बनी हैं। यह किला एकमात्र जीवित किला है और हवेलियों, लक्ष्मीनाथ मंदिर, जैन मंदिरों और अन्य स्थानों के लिए प्रसिद्ध है। दुनिया भर से पर्यटक सुंदर सूर्यास्त देखने के लिए किले में आते हैं क्योंकि सूर्य की किरणें किले में शहद जैसा सुनहरा रंग जोड़ती हैं जो दृश्य को और अधिक आकर्षक बनाती है। यह निस्संदेह राजस्थान में घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है।
- रणथंभौर: रणथंभौर किला एक प्रसिद्ध यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जिसका दौरा लगभग सभी यात्री करते हैं जो राजस्थान के इतिहास से रूबरू होना चाहते हैं। लोकप्रिय रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के मध्य में स्थित, इस किले में किले को जीतने के लिए हुई लड़ाइयों का एक लंबा और उल्लेखनीय इतिहास है, जिसे दूर- दूर से पर्यटक देखने आते है।
- अलवर: पूर्व में उलवर के नाम से जाना जाने वाला अलवर शहर की स्थापना राजपूत शासक प्रताप सिंह ने 1770 में की थी। इतिहास प्रेमियों के लिए, यह शहर ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ संधि पर हस्ताक्षर करने वाला पहला शहर था और विभिन्न लड़ाइयों और सैन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रसिद्ध रहा है। अलवर को भानगढ़ के ‘प्रेतवाधित’ किले के लिए भी जाना जाता है। यह स्मारक अपने चिनाई के माक और भव्य संरचनात्मक डिज़ाइन के लिए प्रसिद्द है। प्रचुर वनस्पतियों और जीवों के साथ, यह स्थान संतुलित पारिस्थितिकी का एक आदर्श उदाहरण है।
- जूनागढ़: शाब्दिक रूप से अनुवादित, जूनागढ़ का अर्थ है “पुराना किला”। यह उन कुछ किलों में से एक है जो पहाड़ी की चोटी पर नहीं बना है। यह बीकानेर शहर के केंद्र में स्थित है और पूरा शहर इस किले के चारों ओर बनाया गया है। जूनागढ़ किला 20वीं सदी की शुरुआत में बनाया गया था और यह शाही परिवार का नया घर था। वहां रहने वाले शाही परिवार के बारे में जानने के लिए इस किले पर जाएं।

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