Parivartini Ekadashi Vrat: भाद्रपद मास की एकादशी व्रत आज, जानें शुभ मुहूर्त के साथ व्रत पारण का सही समय…
Blessings of Shri Hari Vishnu on Ekadashi Vrat हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत बहुत महत्व रखता है। व्रत श्री हरि विष्णु जी के लिए रखा जाता है।
Devshayani Ekadashi 2025/ Image Credit: IBC24 File
Blessings of Shri Hari Vishnu on Ekadashi Vrat: हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत बहुत महत्व रखता है। एकादशी का व्रत श्री हरि विष्णु जी के लिए रखा जाता है। आज और कल यानी 25 और 26 सितंबर को भाद्रपद मास की परिवर्तिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपना करवट बदलते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस व्रत को करने से मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष को जाता है। कहते हैं कि एकादशी व्रत करने वाले व्यक्ति को पूजा के बाद कुछ कार्य जरूर करने चाहिए, इन कार्यों को करने से पूजा के शुभ फल की शीघ्र प्राप्ति होने की मान्यता है।
जानें शुभ मुहूर्त
इस व्रत को रखने से आत्मा शुद्ध हो जाती है और भगवान विष्णु आपको सुख-सौभाग्य का फल प्रदान करते हैं। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती है। हर महिने 2 एकादशी पड़ती हैं एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। आज परिवर्तिनी एकादशी का व्रत है। 26 सितंबर 2023, मंगलवार को व्रत पारण का समय दोपहर 1:25 से लेकर 3:49 तक रहेगा। वहीं जो लोग 26 सितंबर को एकादशी का व्रत रखेंगे, उनके लिए पारण का दिन 27 सितंबर 2023 और समय सुबह 6:12 मिनट से लेकर 8:36 मिनट तक रहेगा।
देवश्यनी एकादशी के दिन श्री हरि विष्णु जी निद्रा में चले जाते हैं। परिवर्तिनी एकादशी के दिन विष्णु जी अपनी करवट बदलते हैं इसीलिए इस एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है, क्योंकि सोने की वजह से जब करवट बदलते हैं तो उनका स्थान परिवर्तन होता है। इस दिन विष्णु जी के वामन अवतार की पूजा-अर्चना की जाती है।
परिवर्तिनी एकादशी व्रत पूजा विधि
- एकादशी तिथि को सुबह स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
- इसके बाद भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
- भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
- अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
- पूजा के बाद भगवान की आरती करें।
- इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
एकादशी व्रत पूजा की सामग्री
एकादशी व्रत पूजा की सामग्री में पान, लौंग, सुपारी, कपूर, पीला चंदन, अक्षत, पानी से भरा नारियल, पंचमेवा, कुमकुम, हल्दी, धूप, दीप, तिल, मिष्ठान, मौली इत्यादि अवश्य रखें। इन चीजों के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
एकादशी के दिन क्या न करें?
Blessings of Shri Hari Vishnu on Ekadashi Vrat: एकादशी के दिन दातुन या मंजन करना वर्जित बताया गया है। इसके साथ ही इस दिन क्रोध करना, झूठ बोलना, चुगली करना और दूसरों की बुराई करना, ऐसी चीजों से बचना चाहिए। एकादशी व्रत में शकरकंद, कुट्टू, आलू, साबूदाना, नारियल, काली मिर्च, सेंधा नमक, दूध, बादाम, अदरक, चीनी आदि पदार्थ खाने में शामिल कर सकते हैं।

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