Vaishakh Amavasya2025/ Image Credit: IBC24 File
नई दिल्ली। Vaishakh Amavasya 2025 : हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन बहुत ही खास माना जाता है। ऐसे में आज यानी 27 अप्रैल रविवार को वैशाख अमावस्या है। वैशाख को माधव मास भी कहा जाता है और भगवान विष्णु के प्रिय वैशाख मास में आने वाली वैशाख अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान और दान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इस दिन पितरों का तर्पण और दान करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। तो चलिए जानते हैं क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
वैशाख अमावस्या तिथि 27 अप्रैल को सुबह 4.50 बजे से लगेगी और 27 अप्रैल को ही देर रात 1.01 बजे अमावस्या तिथि समाप्त हो रही है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से आपको लक्ष्मी नारायण भगवान की कृपा की प्राप्ति होती है।
इस दिन सुबह जल्दी उठकर गंगाजल से स्नान करें। इसके बाद घर में विष्णु भगवान की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद पीला चंदन और अक्षत लगाएं। पीले फूल और तुलसी के पत्ते चढ़ाएं। घी का दीया जलाएं। पंचमेवा, पंचामृत आदि का भोग लगाएं। धूप-दीप दिखाएं। विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र या विष्णु चालीसा का पाठ करें। विष्णु भगवान की आरती करें और पूजन के दौरान हुई गलतियों की क्षमा मांगें।
वैशाख अमावस्या के दिन घड़ा या मटका का दान करना बहुत पुण्यकारी माना गया है। घड़े का दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
अमावस्या के दिन घी का दान करना भी बहुत लाभकारी माना गया है। घी का दान करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
वैशाख अमावस्या के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को चावल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। चावल का दान करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और घर में कभी अन्न और धन की कमी नहीं होती।