गणेशजी ने तोड़ा था कुबेर के धनी होने का भ्रम, माता पार्वती ने इस तरह शांत की थी गजानन की भूख

गणेशजी ने तोड़ा था कुबेर के धनी होने का भ्रम, माता पार्वती ने इस तरह शांत की थी गजानन की भूख

गणेशजी ने तोड़ा था कुबेर के धनी होने का भ्रम, माता पार्वती ने इस तरह शांत की थी गजानन की भूख
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: August 31, 2020 12:40 am IST

धर्म। धन के देवता कुबेर एक प्रतापी पुरुष थे। एक दिन, वह भगवान शिव और पार्वती को अपने स्थान पर आने और रात का भोजन करने के लिए आमंत्रित करने के लिए कैलाश गए, जबकि वास्तविकता में वह सिर्फ उन्हें अपने धन को दिखाना चाहते थे।

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हालांकि, भगवान शिव की अन्य व्यस्तताएं थीं, इसलिए उन्होंने कुबेर से गणेश को अपने साथ ले जाने के लिए कहा क्योंकि वह खाने के शौकीन थे। लेकिन उन्होंने हिचकिचाते हुए पूछा कि क्या आप उन्हें ठीक से खाना खिला पाएंगे। कुबेर ने यह सोचा कि एक बच्चा वास्तव में कितना खा सकता है? और वे गणेश जी को अपने साथ ले जाने के लिए तैयार हो गए।

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अब कुबेर की असली परीक्षा थी। गणेशजी ने घर का प्रत्येक खाद्य पदार्थ समाप्त कर दिया और अधिक मांगने लगे। तब कुबेर ने अनुरोध किया कि अब उनके पास भोजन का एक कण भी नहीं बचा। घबराकर कुबेर कैलाश पर पहुंचे तब शिवजी और माता पार्वती नेगणेश जी कि भूख मिटाने का उपाय बताया । माता पार्वती मुस्कुराई और गणेश जी को तुलसी का पत्ता दे कर शांत किया । इस तरह कुबेर ने भी सबक सीखा की एक धनी भी किन्ही परस्थितियों में निर्धन होने को मजबूर हो सकता है।


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