Happy Ram Navami 2021 : श्रीराम जन्मोत्सव आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और मंत्र

Happy Ram Navami 2021 : श्रीराम जन्मोत्सव आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और मंत्र

Happy Ram Navami 2021 : श्रीराम जन्मोत्सव आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और मंत्र
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: April 21, 2021 3:15 am IST

धर्म। कोरोना संकट के बीच देश में आज राम नवमी का पावन पर्व मनाया जा रहा है। मंदिर के पूजारी श्रीराम जानकी की विशेष श्रृंगाकर कर पूजा की। वहीं भक्तों ने बाहर से श्रीराम का आशीर्वाद लेने पहुंचे। कई लोगों ने ऑनलाइन पूजा आरती में शामिल हुए। राम नवमी के पर्व को मर्यादा पुरूपोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। राम नवमी पर्व सनातन परंपरा का बड़ा उत्सव है। इस दिन भगवान राम की उपासना के लिए विशेष तैयारियां की जाती हैं। चलिए आपको बताते हैं शुभ मुहूर्त, मंत्र, पूजा विधि और आज भगवान को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए..

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राम नवमी मुहूर्त 2021
नवमी तिथि प्रारम्भ – अप्रैल 21, 2021 को 00:43 बजे
नवमी तिथि समाप्त – अप्रैल 22, 2021 को 00:35 बजे 
पूजा मुहूर्त : सुबह 11 बजकर 02 मिनट से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक है।
पूजा की कुल अवधि : 02 घंटे 36 मिनट 
रामनवमी मध्याह्न समय : दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर

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राम नवमी की पूजा विधि
रामनवमी के दिन सुबह जल्दी उठें।
स्नान कर स्वच्छ कपड़े धारण करें।
अब पूजा स्थल पर पूजन सामग्री के साथ बैठें।
पूजा में तुलसी पत्ता और कमल का फूल अवश्य होना चाहिए।
उसके बाद श्रीराम नवमी की पूजा षोड्शोपचार करें।
खीर और फलों को प्रसाद के रूप में तैयार करें।
पूजा और आरती गान के बाद प्रसाद बांटें।

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राम नवमी का महत्व
हर वर्ष चैत्र शुक्ल नवमी तिथि को राम नवमी के रूप में मनाई जाती है। त्रेतायुग में चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान श्रीराम का जन्म अयोध्या नरेश राजा दशरथ और माता कौशल्या के पुत्र के रूप में हुआ था। उनका जीवन परिचय वाल्मीकी द्वारा रचित रामायण काव्य में मिलता है। भगवान श्रीराम भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। अपने जीवन के माध्यम से भगवान श्रीराम ने उच्च आदर्शों को स्थापित किया है जो आज सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं

रामायण का करें पाठ

राम नवमी के दिन भगवान श्रीराम की उपासना की जाती है। श्रीराम की मूर्तियों को गंगा जल से स्नान कराया जाता है। उनकी मूर्ति को पालने में झुलाया जाता है। रामायण पाठ का आयोजन होता है। साथ ही भक्त उनके स्मरण में रामरक्षा स्तोत्र का भी पाठ करते हैं। इस दिन राम मंदिर में भगवान श्रीराम के भजन-कीर्तन और शहर में झांकियां निकाली जाती हैं। लोग उनकी आराधना में व्रत-उपवास करते हैं।

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