आज हनुमान जयंती, घरों में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास मनाया जा रहा जन्मोत्सव, देंखे मुहूर्त-पूजन विधि | Today is Hanuman Jayanti, the birth anniversary being celebrated in homes with traditional devotion and gaiety See the Muhurta-worship method

आज हनुमान जयंती, घरों में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास मनाया जा रहा जन्मोत्सव, देंखे मुहूर्त-पूजन विधि

आज हनुमान जयंती, घरों में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास मनाया जा रहा जन्मोत्सव, देंखे मुहूर्त-पूजन विधि

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:45 PM IST, Published Date : April 8, 2020/2:03 am IST

धर्म। हिंदु पंचांग अनुसार हनुमान जयंती चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि को होती है। इस दिन श्रीराम भक्त हनुमान का जन्म हुआ था। इस बार ये शुभ पर्व आज यानि 08 अप्रैल को है। हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां रुद्र अवतार माना जाता है। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। जानिए लॉकडाउन के समय में घर पर कैसे मनाएं हनुमान जयंती क्या है पूजा विधि, मंत्र और

देश में हनुमानजी के भक्तों बड़ी तादाद है। बजरंगबली को संकट मोचक माना गया है। मान्‍यता है कि हनुमानजी का नाम लेते ही सारी पीड़ा और संकट दूर हो जाते हैं । बजरंगबली के नाम मात्र से आसुरी शक्तियां समाप्त हो जाती हैं। हनुमान जी के जन्‍मोत्‍सव को देश भर में हनुमान जयंतीके रूप में मनाया जाता है। पौराणिक ग्रथों और मान्‍यताओं के अनुसार हनुमान ने शिव के 11वें अवतार के रूप में माता अंजना के पुत्र के रुप में जन्‍म लिया था ।

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बजरंगबली बल और साधना-तप के स्वामी है। उनकी पूजा करने से लोगों को साहस-बल मिलता है। इससे लोगों को कष्टों और बीमारियों से लड़ने के लिए आत्मबल प्राप्त होता है। इसलिए सभी को नियमित रूप से हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिरों में दर्शन करने से पुण्य लाभ मिलता है।

हनुमान जयंती मुहूर्त:
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – अप्रैल 07, 2020 को 12:01 pm बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – अप्रैल 08, 2020 को 08:04 am बजे
पूजा का मुहूर्त- सुबह 8 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- 05:46 am से 06:07 am

चैत्र शुक्‍ल पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक हनुमान जयंती इस बार हुनमान जयंती 8 अप्रैल 2020 को है। हालांकि पंडितों और विशेषज्ञों के तिथि को लेकर अलग-अलग मत हो सकते हैं, हालांकि उत्तर भारत में चैत्र शुक्‍ल पूर्णिमा के दिन मनाई जाने वाली हनुमान जयंती अधिक लोकप्रिय है।

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हर्षोल्लास से मनाई जाती हनुमान जयंती संपूर्ण भारत में हनुमान जयंती को हर्षोल्लास का साथ मनाया जाता है। मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ का आयोजन होता है। घरों और मंदिरों में भजन-कीर्तन होते हैं। हनुमान जी को प्रसन्‍न करने के लिए उन्हें सिंदूर चढ़ाया जाता है और सुंदरकांड का पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। बजरंगबली को प्रसन्‍न करने के लिए भक्‍त पूरे दिन व्रत रखते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। मान्‍यता है कि इस दिन पांच या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से पवन पुत्र हनुमान प्रसन्‍न होकर भक्‍तों पर कृपा बरसाते हैं।

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हनुमान जयंती की पूजा विधि
हनुमान जयंती के दिन भोर में उठकर सर्वप्रथम श्रीराम और हनुमान जी का स्मरण करें।
स्‍नान- ध्‍यान करने के बाद और व्रत का संकल्‍प ले सकते हैं।
स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण कर पूर्व दिशा में हनुमान जी की प्रतिमा को स्‍थापित करें। मान्‍यता है कि हनुमान जी मूर्ति खड़ी अवस्‍था में होनी चाहिए।
पूजन के समय ‘ॐ श्री हनुमंते नम:’ का जाप अवश्य करें..
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं.
हनुमान जी को पान का बीड़ा का भी भोग लगाया जाता है..
इमरती का भोग लगाना भी शुभ माना जाता है..
हनुमान जयंती के दिन रामचरितमानस के सुंदर कांड और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए…
हनुमान आरती के बाद गुड़-चने का प्रसाद बांटें।