आज नवरात्रि का तीसरा दिन, श्रद्धालु कर रहे मां चंद्रघंटा का आव्हान

आज नवरात्रि का तीसरा दिन, श्रद्धालु कर रहे मां चंद्रघंटा का आव्हान

आज नवरात्रि का तीसरा दिन, श्रद्धालु कर रहे मां चंद्रघंटा का आव्हान
Modified Date: November 29, 2022 / 08:41 pm IST
Published Date: October 19, 2020 2:05 am IST

धर्म। आज नवरात्र का तीसरा दिन है। आज मां के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा-आराधना की जाती है। नवरात्रि में दुर्गा-उपासना के तीसरे दिन की पूजा का विशेष महत्व होता है।

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मां दुर्गा की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन-अर्चन किया जाता है। इनका यह स्वरुप परम शान्तिदायक और कल्याणकारी है। बाघ पर सवार मां चंद्रघंटा के शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। इनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र विराजमान है, इसलिए इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। दस भुजाओं वाली देवी के हर हाथ में अलग-अलग शस्त्र विभूषित है।

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इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों की प्रेत-बाधादि से रक्षा करती है। इनका ध्यान करते ही शरणागत की रक्षा के लिए इस घंटे की ध्वनि निनादित हो उठती है। इस दिन साधक का मन ‘मणिपुर चक्र’ में प्रविष्ट होता है और मां चंद्रघंटा की कृपा से उसे आलोकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। मां चंद्रघंटा के भक्त और उपासक जहां भी जाते है लोग उन्हें देखकर शांति का अनुभव करते है। इनके साधक के शरीर से दिव्य प्रकाश युक्त परमाणुओं का अदृश्य विकिरण होता है। यह दिव्य क्रिया साधारण चक्षुओं से दिखाई नहीं देती, किंतु साधक व उसके संपर्क में आने वाले लोग इस बात का अनुभव करते हैं।


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