Tulsi Mata Ki Aarti: श्री हरि की कृपा पाने के लिए रोजाना करें तुलसी माता की आरती, ग्रह दोष से भी मिलेगी मुक्ति
Tulsi Mata Ki Aarti: श्री हरि की कृपा पाने के लिए रोजाना करें तुलसी माता की आरती, ग्रह दोष से भी मिलेगी मुक्ति
Tulsi Mata Ki Aarti
Tulsi Mata Ki Aarti: हिंदू धर्म में हर देवी-देवताओं, दिन, तिथि, ग्रह, नक्षत्र, देवी-देवता और तीज-त्योहारों का खास महत्व होता है। तुलसी जी को भगवती लक्ष्मी जी का अवतार कहा जाता है। भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय होने के कारण इन्हें भक्ति प्रदायिनी भी माना गया है। ऐसे में अगर आप भी तुलसी माता को प्रसन्न करना चाहते हैं और श्रीहरि की कृपा पाना चाहते हैं तो तुलसी जी के नजदीक बैठकर तुलसी माला से 108 बार तुलसी गायत्री मन्त्र का पूरी श्रद्धा के साथ जाप करें। साथ ही तुलसी माता की आरती का भी पाठ करना चाहिए।
Tulsi Mata Ki Aarti
जय जय तुलसी माता, मैय्या जय तुलसी माता ।
सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता।।
मैय्या जय तुलसी माता।।
सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर।
रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है ग्राम्या।
विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे, सो नर तर जाता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
हरि के शीश विराजत, त्रिभुवन से हो वंदित।
पतित जनों की तारिणी, तुम हो विख्याता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
लेकर जन्म विजन में, आई दिव्य भवन में।
मानव लोक तुम्हीं से, सुख-संपति पाता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
हरि को तुम अति प्यारी, श्याम वर्ण सुकुमारी।
प्रेम अजब है उनका, तुमसे कैसा नाता।
हमारी विपद हरो तुम, कृपा करो माता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
जय जय तुलसी माता, मैय्या जय तुलसी माता।
सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता॥
मैय्या जय तुलसी माता।।

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