Chaitra Navratri 2025 Kanya Pujan/ Image Credit: IBC24 File
नई दिल्ली। Chaitra Navratri 2025 Kanya Pujan: 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका है। इसका समापन 07 अप्रैल को होगा। ऐसे में देशभर के देवी मंदिरों में मां दुर्गा की उपासना की जाएगी। नवरात्रि का व्रत साल में चार बार रखा जाता है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्रि को छोड़कर दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं। वहीं चैत्र नवरात्रि चैत्र महीने में पड़ती है। इसकी शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होती है और नवमी तिथि पर समापन होता है। वहीं नवरात्रि का आज सातवा दिन है और कल 5 अप्रैल को अष्टमी। इसके बाद 6 अप्रैल को नवमी तिथि होगी, जिस दिन राम नवमी मनाई जाएगी। नवरात्र के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं नौवां दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप के लिए समर्पित है। वहीं इन दोनों ही दिनों में कन्या पूजन भी किया जाता है। तो चलिए जानते हैं इसका शुभ मुहूर्त और क्या महत्व है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, कन्याओं को मां दुर्गा का ही रूप माना जाता है। ऐसे में कन्या पूजन मां दुर्गा के प्रति अपने भक्तिभाव और श्रद्धा को प्रकट करने का एक तरीका है। वहीं नवरात्रि के समय में कन्याओं का पूजा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती हैं। इसी के साथ कन्या पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।
अष्टमी तिथि का प्रारंभ 4 अप्रैल की रात 8:12 मिनट से शुरू होकर 5 अप्रैल की शाम 7:26 तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार अष्टमी तिथि 5 अप्रैल को ही मनाई जाएगी। यानीअष्टमी का व्रत 5 अप्रैल को ही रखा जाएगा।
इस दिन कन्या पूजन के लिए ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:35 बजे से 05:21 बजे तक रहेगा। प्रातः सन्ध्या सुबह 04:58 बजे से 06:07 बजे तक रहेगी और अभिजित मुहूर्त सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा। अष्टमी कन्या पूजन के लिए यह तीनों मुहूर्त शुभ रहेंगे।