मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकारी योजना सूची | Up Sarkari Yojana List 2022

Up Sarkari Yojana List : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकारी योजना सूची, करीब साढ़े तीन साल पहले 2017 में योगी आदित्यनाथ जी देश के सबसे बड़े..

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकारी योजना सूची  |  Up Sarkari Yojana List 2022
Modified Date: December 18, 2022 / 09:29 pm IST
Published Date: December 18, 2022 9:29 pm IST

Up Sarkari Yojana List : करीब साढ़े तीन साल पहले 2017 में योगी आदित्यनाथ जी देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। बेरोजगारों के लिए रोजगार, किसानों के लिए बेहतर एमएसपी और महिलाओं के लिए बेहतर सुरक्षा सहित लोगों को उनसे काफी उम्मीदें थीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों की उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए कई योजनाओं को लागू किया है. इन योजनाओं की पूरी सूची है। इस पोस्ट के माध्यम से हम इन योजनाओं की व्याख्या करेंगे – मुख्यमंत्री योगी योजना सूची 2022।

आदित्यनाथ सरकार योजना सूची
जैसा कि आप जानते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई सरकारी योजनाओं को क्रमिक रूप से दिखाने की पहल को योगी योजना सूची 2022 कहा जाता है। इसमें विभिन्न विभागों द्वारा विभिन्न वर्गों के लिए शुरू की गई योजनाएं, उनके उद्देश्य, उनके लाभ आदि शामिल हैं। योगी योजना सूची 2022 सरकार की उपलब्धियों का रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए है।

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योगी आदित्यनाथ ने शुरू किए ये कार्यक्रम
मुख्यमंत्री के रूप में, योगी आदित्यनाथ ने बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों, बेरोजगारों आदि के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं में निम्नलिखित हैं:

1. यूपी की भाग्यलक्ष्मी योजना

Up Sarkari Yojana List : मित्र योगी आदित्यनाथ ने बेटी के जन्म पर गरीब परिवारों की सहायता के लिए यह योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, राज्य सरकार एक बेटी के परिवार को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसके अलावा राज्य सरकार बेटी की मां को 5100 रुपये की सहायता प्रदान करती है।

उदाहरण के लिए, छठी कक्षा में प्रवेश करने वाली बेटी के माता-पिता को तीन हजार रुपये, आठवीं कक्षा में प्रवेश के लिए पांच हजार रुपये, दसवीं कक्षा में प्रवेश के लिए सात हजार रुपये और 12 वीं कक्षा में प्रवेश के लिए आठ हजार रुपये दिए जाएंगे।

साथी योजना के तहत लड़की के माता-पिता को उसके 21 वर्ष की आयु तक पहुंचने तक दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।

यूपी भाग्यलक्ष्मी योजना पात्रता

आवेदक की पारिवारिक आय प्रति वर्ष दो लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
शादी के समय बेटियों की उम्र 18 साल होनी चाहिए।
इस योजना का लाभ लेने के लिए कोई भी महिला एवं बाल विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकता है। फिर वह उसे भरकर आंगनबाडी केंद्र या महिला कल्याण विभाग के कार्यालय में जमा कर देता है।

2. राज्य द्वारा संचालित श्रमिक रखरखाव योजना।

जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, इस योजना के तहत राज्य के श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। राज्य के रिक्शा चालक, घुड़सवार, रेहड़ी-पटरी वाले, फेरीवाले और लगभग 20 लाख निर्माण श्रमिकों सहित राज्य के लगभग 15 लाख दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को एक हजार रुपये प्रति व्यक्ति की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

3. मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना।

इस कार्यक्रम का लक्ष्य राज्य में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है, जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है।

इस योजना के माध्यम से राज्य में बेरोजगारों को स्वरोजगार के लिए 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के तहत बेरोजगारों को ऋण पर कम ब्याज दरों का लाभ भी दिया जाएगा।

औद्योगिक क्षेत्र के लिए 25 लाख रुपये और सेवा क्षेत्र के लिए 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रावधान है। परियोजना की लागत का 25 प्रतिशत मार्जिन मनी सब्सिडी दी जाएगी। औद्योगिक क्षेत्र के लिए अधिकतम 6.25 लाख रुपये, जबकि सेवा क्षेत्र के लिए 2.5 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।

इस योजना में भाग लेने के लिए लाभार्थियों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष निर्धारित की गई है। राज्य के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 21 प्रतिशत युवाओं को लाभ दिया जाएगा।

4. कल्याण सुमंगला योजना

जैसा कि आप जानते हैं, Up Sarkari Yojana List हर छह महीने में बालिकाओं को 15,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। बालिका को दी जाने वाली राशि समान रूप से अलग-अलग किश्तों में दी जाएगी।

लाभार्थी के जन्म के छह महीने के भीतर इस योजना  के लिए आवेदन करना अनिवार्य है। लाभार्थी की पारिवारिक आय तीन लाख रुपये या उससे कम होनी चाहिए। लाभार्थी की मां ने 1 अप्रैल 2019 को या उसके बाद जन्म दिया होगा।

हम इस प्रकार सहायता राशि किश्तों में देंगे:

पहली किश्त दो हजार रुपये होगी। यह राशि बालिका के जन्म के छह माह के भीतर अदा की जाएगी।
दूसरी किस्त- एक वर्ष तक बालिका का टीकाकरण पूर्ण होने पर दूसरी किश्त के रूप में एक हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।
तीसरी किस्त – जब बालिका कक्षा एक में प्रवेश लेती है तो तीसरी किस्त के रूप में 2,000 रुपये दिए जाएंगे।
चौथी किस्त : जब बालिका छठी कक्षा में दाखिला लेती है तो दो हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा।
पांचवीं किस्त के तहत बालिका को नौवीं कक्षा में प्रवेश लेने पर 3,000 रुपये दिए जाएंगे।
यह आखिरी किस्त है। 10वीं या 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन या दो वर्षीय डिप्लोमा प्रोग्राम में प्रवेश के लिए पांच हजार रुपये की राशि का भुगतान किया जाएगा।

इस योजना के लिए आवश्यकताएँ

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, लाभार्थी की पारिवारिक आय प्रति वर्ष तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
एक परिवार की केवल दो लड़कियां ही इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
यदि कोई परिवार किसी अनाथ कन्या को गोद लेता है तो इस बालक सहित अधिकतम दो बालिकाएं पात्र होंगी।

5. उत्तर प्रदेश का जनसुनवाई पोर्टल

इस जनसुनवाई के दौरान सरकार प्रदेश की जनता की विभिन्न समस्याओं को सुन रही है. विभिन्न विभागों से संबंधित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने का प्रयास किया जाएगा।

कोरोना काल में अन्य राज्यों में फंसे नागरिकों को भी इस पोर्टल पर पंजीकरण कर आने-जाने की अनुमति दी गई थी।

इस पोर्टल का उपयोग करके, आप घर से पंजीकरण कर सकते हैं, ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं और अपनी शिकायत की स्थिति ऑनलाइन जांच सकते हैं।

6. उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी लाभ प्रदान करना।

हमें आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उत्तर प्रदेश सरकार ( Up Sarkari Yojana List ) ने बेरोजगार छात्रों और युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता का प्रावधान किया है। स्नातक पूरा कर चुके लोगों के लिए यह भत्ता एक हजार से डेढ़ हजार रुपये तक है।

हमने ऐसा इसलिए किया है ताकि उन्हें अपने फॉर्म भरने और अपने खर्च का भुगतान करने के लिए अपने परिवार के चेहरों को न देखना पड़े। आपको बता दें, कई परिवार इतने गरीब हैं कि उनके बच्चों को फीस के कारण नौकरी के आवेदन के लिए फॉर्म भरने में परेशानी होती है।

7. उत्तर प्रदेश पेंशन योजना

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की बुजुर्ग, विकलांग और विधवा महिलाओं को पेंशन प्रदान करने का प्रावधान किया है। ऐसा इसलिए है ताकि उन्हें अपनी आजीविका के लिए किसी पर निर्भर न रहना पड़े। आपको बता दें कि इस योजना के तहत तीन तरह के पेंशन प्लान मिलते हैं-

वृद्धावस्था पेंशन योजना

इस पेंशन योजना में उत्तर प्रदेश में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को आठ सौ रुपए मासिक पेंशन मिलती है। पहले साढ़े सात सौ रुपए पेंशन तय थी। अब यह आठ सौ रुपये है।

विधवाओं के लिए पेंशन

विधवा पेंशन योजना उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राज्य में विधवा महिलाओं को पांच सौ रुपये की सरकारी सहायता राशि प्रदान करती है। इस प्रकार, राज्य में विधवा महिलाओं को रखरखाव और आर्थिक आवश्यकताओं के लिए सहायता की आवश्यकता होने पर किसी और का चेहरा नहीं देखना पड़ेगा।

केवल विकलांग विधवाएं ही इस योजना के लिए पात्र हैं। वित्तीय सहायता राशि डीबीटी होगी, जो प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण है। इसका मतलब है कि पैसा सीधे महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

विकलांगता पेंशन योजना

विकलांग पेंशन योजना के तहत लाभार्थी को राज्य सरकार द्वारा प्रति माह पांच सौ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। हालांकि, अर्हता प्राप्त करने के लिए आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, आवेदन करने वालों की विकलांगता दर 40 प्रतिशत होनी चाहिए।


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