Sorry Not Sorry Trend: Jio से लेकर स्कोडा और फिल्म्स प्रोडक्शन तक.. ग्राहकों से माफी मांग रही देश की ये नामी कंपनियां! ‘Sorry’ के पीछे छिपा है ये बड़ा राज

इन दिनों सोशल मीडिया पर 'अपॉलिजी' ट्रेंड चल रहा है। इस ट्रेंड के तहत कई नामी कंपनियां अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स से खुली चिट्ठियों (ओपन लेटर्स) के ज़रिए माफ़ी मांग रही हैं,

Sorry Not Sorry Trend: Jio से लेकर स्कोडा और फिल्म्स प्रोडक्शन तक.. ग्राहकों से माफी मांग रही देश की ये नामी कंपनियां! ‘Sorry’ के पीछे छिपा है ये बड़ा राज
Modified Date: November 8, 2025 / 05:08 pm IST
Published Date: November 8, 2025 4:43 pm IST
HIGHLIGHTS
  • #SorryNotSorry ट्रेंड में कंपनियां ‘बेहद अच्छे होने’ के लिए माफ़ी मांग रही हैं।
  • Jio, Skoda, BSNL, Dharma Productions जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
  • यह ट्रेंड दर्शकों से जुड़ने और ब्रांड एंगेजमेंट बढ़ाने की नई मार्केटिंग रणनीति बन चुका है।

नई दिल्लीः Sorry Not Sorry Trend: इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘अपॉलिजी’ ट्रेंड चल रहा है। इस ट्रेंड के तहत कई नामी कंपनियां अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स से खुली चिट्ठियों (ओपन लेटर्स) के ज़रिए माफ़ी मांग रही हैं, लेकिन यह माफ़ी किसी गलती के लिए नहीं, बल्कि अपने बेहद अच्छे होने के लिए है। कंपनियां रचनात्मक अंदाज़ में कह रही हैं कि हम माफ़ी चाहते हैं कि हमारा उत्पाद इतना अच्छा है और लोग इसे छोड़ ही नहीं पाते।” यह माफ़ी का नया अंदाज़ दर्शकों को न केवल हंसने पर मजबूर कर रहा है बल्कि ब्रांड के प्रति भावनात्मक जुड़ाव भी बढ़ा रहा है।

Jio, BSNL, itel जैसे ब्रांड्स इस वायरल ट्रेंड में शामिल

Jio, BSNL, itel जैसे ब्रांड्स इस वायरल ट्रेंड में शामिल हो गए हैं। जियो ने अपने आधिकारिक X हैंडल से गूगल जेमिनी और जियो यूथ ऑफर के बारे में बताया है, जिसमें यूजर्स को 1 साल के लिए गूगल जेमिनी प्रो का सब्सक्रिप्शन फ्री मिल रहा है। वहीं, BSNL ने भी इस ट्रेंड में आधिकारिक माफी मांगते हुए अपने सस्ते रिचार्ज के बारे में जानकारी शेयर की है। अपनी माफीनामे में कंपनी ‘रिचार्ज का बजट टाइट है’ को हाईलाइट करते हुए यूजर्स को अपने सस्ते प्लान के बारे में बताने की कोशिश की है।

कार कंपनियों ने भी शेयर किया माफीनामा

Sorry Not Sorry Trend: इस ‘माफी की लहर’ में आधी इंडस्ट्री शामिल हो चुकी है। स्कोडा, टी-सीरीज, वोक्सवैगन डाउनटाउन मुंबई, रिलायंस डिजिटल, केवेंटर्स, बनाना लीफ, पीवीआर-आइनॉक्स, कैशिफाई और गार्नियर ने इस ट्रेंड को अपनाया है। Volkswagen India ने कहा कि हमें खेद है कि हमारी गाड़ियां इतनी पसंद की जा रही हैं कि लोग उन्हें बेच नहीं पा रहे। Keventers ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर लिखा, ‘माफी चाहते हैं, हमारे मिल्कशेक इतने टेस्टी हैं कि लोग बार-बार लौट आते हैं।’

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Škoda India (@skodaindia)

फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस ने भी मांगी माफी

मैडॉक फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस ने सोशल मीडिया पर एक माफीनामा शेयर किया है। यह माफीनामा प्रोडक्शन हाउस के लेटर हेड पर लिखा है। माफीनामे में उन्होंने लिखा है ‘हम शर्मिंदा हैं। इसके अलावा कुछ नहीं। यही कहानी है। धन्यवाद।’
मैडॉक फिल्म ने कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। अपने माफीनामे के जरिए कंपनी बताना चाह रही है कि इसने अच्छा काम किया है और इसे दर्शकों ने पसंद किया है। धर्मा प्रोडक्शन्स ने मज़ेदार अंदाज़ में माफ़ीनामा जारी किया, यह स्वीकार करते हुए कि उनकी रोमांटिक फिल्मों ने लोगों को रुलाया, एक्स को टेक्स्ट करवाया और प्यार के स्टैंडर्ड्स बढ़ा दिए। अंत में वो मुस्कुराते हुए कहते हैं, ‘हाँ, हमें अफ़सोस है… लेकिन मानिए, आपको भी तो यही पसंद है।’

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Maddock Films (@maddockfilms)

 

View this post on Instagram

 

A post shared by T-Series (@tseries.official)

अंबुजा सीमेंट ने मांगी माफी

क्या है स्ट्रेटेजी?

आधिकारिक माफी वाला यह ट्रेंड एक तरह का मार्केटिंग स्टंट है, जिसमें ब्रांड्स बड़ी ही चालाकी से अपने प्रोडक्ट और सर्विस को प्रमोट कर रहे हैं। इस Sorry Not Sorry वाले ट्रेंड की वजह से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को अपनी ओर आकर्षित करना है और अपने प्रोडक्ट या सर्विस को लेकर जागरूक करना है। #SorryNotSorry ट्रेंड ने यह साबित कर दिया है कि आधुनिक मार्केटिंग सिर्फ पैसों से नहीं, आइडिया से चलती है। ‘Sorry’ अब अफसोस का प्रतीक नहीं, बल्कि क्रिएटिव कनेक्शन का टूल बन चुका है। इस ट्रेंड ने दिखाया कि जब ब्रांड्स अपने ऑडियंस से सीधे, हल्के-फुल्के अंदाज में बात करते हैं, तो वे न सिर्फ देखे जाते हैं बल्कि याद भी रह जाते हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।