लखनऊ। ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। मुख्यमंत्री योगी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोग उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में देखने लगे हैं। हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक लोग देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ को देखना पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा वे देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनकर भी सामने आए हैं। इसकी एक बड़ी वजह उत्तर प्रदेश में किए गए कार्य भी हैं।
उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता का विश्वास जीतने में भी योगी आदित्यनाथ कामयाब रहे हैं। हाल ही में हुए उपचुनावों में भी यह बात एक बार फिर साबित हुई है। कोरोना महामारी से लेकर शिक्षा और अन्य विकास कार्यों में योगी सरकार ने बढ़कर प्रसिद्धी पाई है। योगी सरकार अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा लोगों को नौकरी देने वाली सरकार बनी है। यूपी में शिक्षा विभाग से लेकर अन्य विभागों में बड़ी संख्या में लोगों की भर्तियां हुई हैं, जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
read more: तृणमूल-भाजपा ‘अहम की लड़ाई’ लड़ रहे हैं, कांग्रेस-वाम बंगाल की पहचा…
कोरोना संकटकाल के दौर में भी योगी आदित्यनाथ के कामों को हर जगह प्रसंशा मिली। विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर दुश्मन देश पाकिस्तान से भी कोरोना पर सीएम योगी की तारीफ की। कोरोना महामारी के दौर में सीएम योगी ने देश में सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट करवाकर बीमारी पर काबू पाया। वहीं यूपी में कॉट्रेक्ट ट्रेसिंग के प्लान को दूसरे राज्यों ने अपनाकर अपने यहां भी नियंत्रण कर सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में युवाओं को सरकारी नौकरी दी। हालांकि इस बीच कुछ भर्तियों में कानूनी पेंच भी फंसे लेकिन सरकार ने सभी का हल निकाला और तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ी। शिक्षा और पुलिस विभाग के अलावा दूसरे विभागों में भी योगी सरकार ने बड़ी संख्या में युवाओं की भर्तियां की।
read more: कांग्रेस ने गुजरात निकाय चुनाव के लिए ताम्रध्वज साहू को वरिष्ठ पर्य…
कोरोना महामारी के दौर में यूपी की योगी सरकार ने सबसे पहले अपने राज्य के कामगारों को सहारा दिया। सरकार ने श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये डाले। इससे श्रमिकों के सामने गहराया आर्थिक संकट दूर हुआ था। यूपी सरकार के इस कदम को बाद में दूसरे राज्यों ने भी अपनाया था। इस दौरान सीएम योगी ने अन्य राज्यों से आए 15 लाख मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने का प्लान तैयार किया और उस पर अमल करना भी शुरू किया।
सीएम योगी ने विकास कार्यों को प्राथमिकता दी। यूपी की पूर्ववर्ती सरकारों के आधे-अधूरे कामों को पूरा करने के साथ ही योगी सरकार ने नए कामों की आधारशिला भी रखी। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे समेत योगी सरकार ने सड़कों के जाल को और आगे बढ़ाया। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के काम को तेज़ी से पूरा किया जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की 3300 मीटर लंबी एयर स्ट्रिप का काम पूरा हो गया है। ये दूसरी एयर स्ट्रिप है जो प्रदेश में एक्सप्रेसवे पर बनाई गई है। इस पर हर श्रेणी का जहाज उतारा जा सकता है।
read more: मोदी, भाजपा बोडो समझौते के सभी प्रावधानों को पूरा करने को प्रतिबद्ध…
यूपी में सरकार बनने के बाद केंद्र की तरह प्रदेश में भी जाति, मजहब, पंथ को परे रखकर गरीब, किसान, महिला, नौजवान को केंद्र में रखा। चुनौती बहुत थी लेकिन सरकार ने उसे अवसर में बदला और प्रदेश का परसेप्शन बदला। यूपी की योगी सरकार ने पहली ही बैठक में 86 लाख लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया था। पीएम किसान सम्मान निधि में प्रदेश के किसानों को त्वरित लाभ मिलना शुरू हुआ। राज्य सरकार ने जिला स्तर पर 24 घंटे, तहसील स्तर पर 20 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली देने का काम पूरा किया। राज्य की बिजली आपूर्ति व्यवस्था में तेजी से सुधार हुआ।
सीएम योगी की माने तो उनकी सरकार आने के बाद से प्रदेश में अपराध की घटनाओं में कमी आई है। हत्या में 15 फीसदी, बलवे की घटनाओं में 38 फीसदी और डकैती के मामलों में 54 फीसदी की कमी आई है। योगी सरकार ने प्रदेश को अपराधियों का चारागाह नहीं बनने दिया। बलिक अपराधियों को खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू की और सीधे चुनौती देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की। विकास दुबे एनकाउंटर केस में सरकार की आलोचना से ज्यादा लोगों ने इस तरीके को अंदरखाने में सही करार दिया। अपराधियों से निपटने के लिए सरकारी संपत्ति के नुकसान करने वाले से ही उसकी भरपाई करवाने और चौराहे में अपराधियों का पोस्टर लगवाने में भी योगी ने लोकप्रियता बटोरी, भले ही न्यायालय ने इसे सही नहीं माना हो।
read more: कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान गिरा, मौसम में सुधार की उम्मीद
योगी सरकार ने प्रशासन को चुस्त दुरूस्त रखने हुए हर छोटी बड़ी घटनाओं पर नजर रखा, साथ ही हर कार्य के लिए प्रशासन को टाइम लिमिट देकर उसे करने के निर्देश देना, ये स्टाइल भी लोगों ने पसंद किया। प्रदेश में सड़कों की हालत सुधारने के साथ ही प्रदेश में कई ऐसी जगहें रही जहां ओवरब्रिज बनाकर ट्रैफिक समाप्त किया गया।
प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल में ही अयोध्या विवाद का हल निकला, अयोध्या, बनारस, काशी, चित्रकूट को देश में नई पहचान देने के लिए कई कार्य किए गए। धार्मिक नगरों की सड़कों का चौड़ीकरण किया गया। राममंदिर निर्माण कार्य की शुरूआत से लेकर हर साल बड़े स्तर पर दीपावली और दशहरे का कार्यक्रम लोकप्रिय हुआ, योगी सरकार के कार्यकाल में प्रयागराज कुंभ की व्यवस्था और प्रबंध को देश भर में प्रसिद्धि मिली। ‘इलाहाबाद’ का नाम परिवर्तन करने का फैसला भी सराहा गया। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में उत्तर प्रदेश की झांकी में राम मंदिर का मॉडल दिखाया जाएगा। अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है उसी की तरह 3 मंजिल का मॉडल बनाया जा रहा है।