विशाखापत्तनम, छह दिसंबर (भाषा) कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद यशस्वी जायसवाल (नाबाद 116) की शतकीय पारी के बूते भारतीय टीम ने तीसरे और निर्णायक वनडे में शनिवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को 61 गेंद शेष रहते नौ विकेट से हराकर श्रृंखला 2-1 से जीत ली।
कुलदीप (10 ओवर में 41 रन) और कृष्णा (9.5 ओवर में 66 रन) ने चार-चार विकेट लिए जिससे क्विंटन डिकॉक (106) की शतकीय पारी के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की टीम 47.5 ओवर में 270 रन पर आउट हो गयी। भारत ने 39.5 ओवर में एक विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस तरह उसने टेस्ट श्रृंखला में मिली 0-2 की हार की निराशा को कुछ हद तक कम किया।
दोनों टीमें अब नौ दिसंबर से शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में भिड़ेंगी।
जायसवाल ने अपनी नाबाद शतकीय पारी के दौरान 121 गेंदों में 12 चौके और दो छक्के लगाने के अलावा रोहित शर्मा (75) के साथ पहले विकेट के लिए 155 और विराट कोहली (नाबाद 65) के साथ दूसरे विकेट के लिए 116 रन की अटूट साझेदारी कर टीम की जीत पक्की की।
रोहित ने 73 गेंद की पारी में सात चौके और तीन छक्के जड़े जिसमें लुंगी एनगिडी के खिलाफ पुल शॉट पर लगाया छक्का दिलकश था।
कोहली ने भी शानदार लय जारी रखते हुए 45 गेंद की नाबाद पारी में छह चौके और तीन छक्के जड़ें।
दक्षिण अफ्रीका के लिए एकमात्र सफलता केशव महाराज (40 ओवर में 44 रन को मिली।
डिकॉक ने 89 गेंद की पारी में आठ चौके और छह छक्के की मदद से 106 रन बनाने के अलावा कप्तान तेम्बा बावुमा (48) के साथ दूसरे विकेट के लिए 113 और मैथ्यू ब्रीट्जके (24) के साथ तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की।
दक्षिण अफ्रीका 28वें ओवर तक दो विकेट पर 167 रन बनाकर बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन कृष्णा ने 29वें ओवर में ब्रीट्जके और एडेन मारक्रम (एक) के रूप में दो विकेट लेकर भारत को वापसी कराने के बाद डिकॉक को भी चलता किया। इसके बाद कुलदीप ने डेवाल्ड ब्रेविस (29), मार्को यानसन (17) और कोर्बिन बोश (नौ) जैसे आक्रामक बल्लेबाजों को आउट कर मैच पर भारत का दबदबा बनाये रखा।
लक्ष्य का बचाव करते हुए दूधिया रोशनी में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज नयी गेंद से स्विंग हासिल कर रहे थे जिससे रोहित और जायसवाल ने शुरुआत में सतर्कता बरती।
रोहित ने चौथे ओवर में एनगिडी के खिलाफ पारी का पहला चौका जड़ा तो वहीं जायसवाल ने यानसेन की गेंद पर चार रन बटोर कर हाथ खोले।।
रोहित एक छोर से प्रवाहमय बल्लेबाजी कर रहे थे तो वही दूसरी ओवर से जायसवाल को तेज गेंदबाजों के खिलाफ परेशानी हो रही थी। कई बार गेंद उनके बल्ले के किनारे के पास से निकली। उन्होंने हालांकि लुंगी एनगिडी के खिलाफ छक्का जड़ दबाव कम करने की कोशिश की।
रोहित ने भी आठवें ओवर में इस गेंदबाज की गेंद को दर्शकों के दर्शन कराये लेकिन टीम पावर प्ले (शुरुआती 10 ओवर) में 48 रन ही बना सकी जो 2023 के बाद टीम का सबसे कम स्कोर है।
रोहित ने 11वें ओवर में ओर्टनील बार्टमैन का स्वागत शानदार चौके से किया लेकिन इस गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में जायसवाल को तीन बार चकमा दिया और हर बार गेंद उनके बल्ले के करीब से निकलकर विकेटकीपर के पास पहुंची।
रोहित ने 14 ओवर में महाराज के खिलाफ एक रन चुरा 27 रन के स्कोर पर पहुंचते ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (तीनों प्रारूपों को मिला) में 20,000 रन पूरे किये। वह महान सचिन तेंदुलकर (34357), विराट कोहली (27910) और राहुल द्रविड़ (24208) के बाद ऐसा करने वाले केवल चौथे भारतीय बल्लेबाज है।
उन्होंने 20वें ओवर में महाराज के खिलाफ एक रन चुराकर वनडे में अपना 61वां अर्धशतक पूरा किया और फिर बोश के लगातार दो ओवरों में दो शानदार छक्के जड़ें।
दूसरे छोर से जायसवाल ने भी 75 गेंद में अपना पहला अर्धशतक पूरा कर राहत की सांस ली। उन्होंने इसके बाद आक्रामक रूख अपनाते हुए एनगिडी और फिर बार्टमैन के खिलाफ लगातार दो चौके जड़े जिससे भारतीय टीम ने 25 ओवर में 150 रन के आंकड़े को पार कर लिया।
महाराज के खिलाफ बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में रोहित ब्रीट्जके को कैच देकर पवेलियन लौटे जबकि जायसवाल ने मारक्रम का स्वागत चौके से किया।
कोहली ने अपनी पारी की शुरुआत में दौड़कर रन चुराने के बाद यानसेन के खिलाफ 31वें ओवर में दो चौके लगाये।
कोहली ने बोश के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाकर अपने शानदार लय को जारी रखा तो वहीं जायसवाल ने 36वें ओवर में इस गेंदबाज के खिलाफ एक रन के साथ वनडे में अपना पहला शतक पूरा किया। वह खेल के तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में शतक लगाने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज बन गये।
दूसरे छोर से कोहली पूरी तरह से हावी होते हुए चौके और छक्के की बारिश करने लगे। उन्होंने बोश और फिर बार्टमैने के ओवरों में चौके और छक्के लगाने के दौरान 40 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।
उन्होंने एनगिडी पर लगातार चौके के साथ भारत को आसान जीत दिला दी।
इससे पहले भारत 20 वनडे मैचों के लंबे अंतराल के बाद टॉस जीतने में सफल रहा। अर्शदीप सिंह (36 रन पर एक विकेट) ने टीम में वापसी कर रहे रेयान रिकल्टन को खाता खोले बगैर चलता कर पहले ओवर में ही टीम को सफलता दिला दी। डिकॉक ने चौथे ओवर में हर्षित राणा (बिना किसी सफलता के 44 रन) के खिलाफ लगातार दो चौके जड़ आत्मविश्वास हासिल किया।
भारतीय गेंदबाजों ने आठवें ओवर में डिकॉक और बावुमा के खिलाफ शिकंजा कसे रखा लेकिन इसके बाद गेंदबाजी के लिए आये कृष्णा के शुरुआती दो ओवरों डिकॉक ने तीन छक्के और एक चौका जड़ रन गति को बढ़ा दिया। कृष्णा ने अपने शुरुआती दो ओवरों में 27 रन लुटाये।
शुरुआती दो वनडे में संघर्ष करने वाले डिकॉक ने रविंद्र जडेजा (50 रन पर एक विकेट) के खिलाफ छक्के के साथ 16वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया।
दूसरे छोर से एकाग्रता के साथ बल्लेबाजी कर रहे तेम्बा बावुमा ने जडेजा के खिलाफ रिवर्स स्वीप पर शानदार चौका लगाने के बाद एक रन के साथ 19 ओवर में दक्षिण अफ्रीका के रनों का शतक पूरा किया। वह हालांकि इस गेंदबाज की धीमी गेंद से सामंजस्य बिठाने में नाकाम रहे और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर कोहली के हाथों में चली गयी।
डिकॉक ने जडेजा के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ दिया तो वहीं क्रीज पर कुछ समय बिताने के बाद शानदार लय में चल रहे ब्रीट्जके ने तिलक वर्मा की लगातार गेंदों पर दो बड़े छक्के लगाये।
कृष्णा ने अपने दूसरे स्पैल में शानदार वापसी की। उन्होंने पारी के 29वें ओवर में ब्रीट्जके को पगबाधा करने के बाद पिछले मैच के शतकवीर मारक्रम को एक रन पर चलता कर दो झटके दिये।
इन दो झटकों से बेपरवाह डिकॉक ने राणा के खिलाफ छक्के के साथ 80 गेंद में अपना 23वां वनडे शतक पूरा किया। ब्रेविस ने इसी ओवर में चौके से अपना खाता खोलने के बाद अर्शदीप की गेंद को दर्शकों के पास पहुंचाया।
कृष्णा ने डिकॉक को बोल्ड कर उनकी शतकीय पारी पर विराम लगाया। ब्रेविस और यानसन ने इसके बाद आक्रामक बल्लेबाजी से 35 रन की साझेदारी के दौरान भारतीय गेंदबाजों को परेशान करना जारी रखा लेकिन कुलदीप ने अपनी फिरकी पर दोनों को पवेलियन की राह दिखा दी।
कुलदीप ने अपनी गेंद पर ही बोश (नौ) का कैच लपक कर दक्षिण अफ्रीका के बड़ा स्कोर खड़ा करने का सपना तोड़ दिया।
उन्होंने इसके बाद लुंगी एनगिडी को पगबाधा किया जबकि कृष्णा ने ओर्टनील बार्टमैन को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका की पारी समेटने की औपचारिकता पूरी की।
केशव महाराज 20 रन पर नाबाद रहे।
भाषा आनन्द नमिता
नमिता