रेस रद्द होने के बाद फॉर्मूला ई और राज्य सरकार कानून का सहारा लेंगी

रेस रद्द होने के बाद फॉर्मूला ई और राज्य सरकार कानून का सहारा लेंगी

रेस रद्द होने के बाद फॉर्मूला ई और राज्य सरकार कानून का सहारा लेंगी
Modified Date: January 18, 2024 / 06:53 pm IST
Published Date: January 18, 2024 6:53 pm IST

नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) हैदराबाद में इलेक्ट्रिक रेस रद्द होने के बाद तेलंगाना सरकार और फॉर्मूला ई के बीच दोषारोपण का खेल शुरू हो गया है।

हैदराबाद ई प्री का दूसरा चरण 10 फरवरी को आयोजित किया जाना था लेकिन फॉर्मूला ई ने नई तेलंगाना सरकार पर अनुबंध के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए रेस रद्द कर दी।

फॉर्मूला ई, तेलंगाना सरकार और ग्रींको के बीच चार साल का समझौता हुआ था। ग्रींको ने शुरूआती चरण के बाद हटने का फैसला किया था।

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फॉर्मूला ई ने कहा, ‘‘फॉर्मूला ई को करार की स्थिति से संबंधित मीडिया रिपोर्ट की जानकारी दी गयी है जो उसने हैदराबाद ई प्री की मेजबानी के संबंध में किया था। फॉर्मूला ई ने अपनी अनुबंध के साझीदार को इन मीडिया रिपोर्ट के बाद नोटिस दिया और रेस रद्द कर दी। ’’

उसने कहा, ‘‘सभी आरोप गलत हैं। फॉर्मूला ई तेलगांना सरकार के साथ अपने करार के अंतर्गत अधिकारों को लागू करने के लिए सभी उपलब्ध कानूनी कार्रवाई करेगा। ’’

भाषा नमिता मोना

मोना


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