एआईएफएफ को कम मैच की स्थिति में क्लबों को महाद्वीपीय स्थान मिलने पर एएफसी के जवाब का इंतजार
एआईएफएफ को कम मैच की स्थिति में क्लबों को महाद्वीपीय स्थान मिलने पर एएफसी के जवाब का इंतजार
नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) महाद्वीपीय संस्था (एएफसी) से इस बात पर जवाब का इंतजार कर रहा है कि क्या इस सत्र में अनिवार्य संख्या से कम मैच खेलने की स्थिति में भी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लबों को एएफसी स्थान मिलेंगे या नहीं।
सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भारत के पास एएफसी चैंपियंस लीग 2 (एसीएल 2) में दो स्थान हैं जो आईएसएल शील्ड विजेता के लिए ग्रुप चरण में और दूसरा सुपर कप विजेता के लिए प्ले-ऑफ दौर हैं।
घरेलू शीर्ष डिवीजन के प्रत्येक क्लब को एसीएल 2 में भाग लेने के लिए एक सत्र में न्यूनतम 24 मैच खेलने होते हैं जिसमें शीर्ष डिवीजन लीग और घरेलू कप शामिल हैं।
इस साल सुपर कप जीतने वाली एफसी गोवा अगर अनिवार्य संख्या में मैच नहीं खेल पाती है तो उसे एसीएल 2 के प्ले-ऑफ दौर में भाग लेने से अयोग्य ठहराया जा सकता है।
आईएसएल क्लबों के प्रतिनिधियों और एआईएफएफ द्वारा नियुक्त समिति की रविवार को बैठक हुई जो राष्ट्रीय महासंघ द्वारा आईएसएल की नई संरचना प्रस्तावित किए जाने के दो दिन बाद हुई।
इस घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा,‘‘हो सकता है कि एएफसी से जवाब कल ही आ जाए इसलिए यह जरूरी है कि हमें एएफसी का रुख पता हो। ’’
सूत्र ने आगे कहा, ‘‘अगर मौजूदा हालात में एएफसी भारतीय क्लबों को कम मैच खेलने की अनुमति देता है तो यह सबसे बेहतर स्थिति होगी। लेकिन अगर एएफसी मना करता है तब भी इस सत्र में (कम अनिवार्य मैचों के कारण बिना किसी एएफसी स्थान के बावजूद) आईएसएल आयोजित होगी क्योंकि अधिकांश क्लब और एआईएफएफ ऐसा चाहते हैं। ’’
एक अन्य सूत्र ने बताया कि रविवार की बैठक में आईएसएल के प्रारूप पर चर्चा हुई और क्लब कुछ दिनों में अपना जवाब देंगे।
सूत्र ने कहा, ‘‘प्रारूप प्रस्तावित कर दिया गया है और क्लबों ने आपस में चर्चा के लिए दो दिन का समय मांगा है। ’’
भाषा नमिता सुधीर
सुधीर

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