भवानी देवी दमदार शुरुआत के बाद दूसरा मुकाबला हारकर बाहर

भवानी देवी दमदार शुरुआत के बाद दूसरा मुकाबला हारकर बाहर

भवानी देवी दमदार शुरुआत के बाद दूसरा मुकाबला हारकर बाहर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:05 pm IST
Published Date: July 26, 2021 10:37 am IST

तोक्यो, 26 जुलाई (भाषा) भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने अपने ओलंपिक पदार्पण पर आत्मविश्वास भरी शुरुआत करके आसानी से पहला मैच जीता लेकिन सोमवार को यहां दूसरे मैच में चौथी वरीयता प्राप्त मैनन ब्रूनेट से हारकर वह तोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गयी।

भवानी देवी को महिलाओं की व्यक्तिगत साबरे के दूसरे मैच में रियो ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली ब्रूनेट से 7-15 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया था।

भवानी ने कहा कि उन्होंने ब्रूनेट के खिलाफ गलतियां की लेकिन उन्हें खुशी है कि उन्होंने दुनिया की चोटी की तलवारबाज को कड़ी चुनौती दी।

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उन्होंने ब्रूनेट के खिलाफ मैच के बाद कहा, ‘‘मैं पहले हॉफ में अच्छी तरह से तलवार चलाकर अंक नहीं बटोर सकी। दूसरे हॉफ में मैंने कुछ बदलाव किये लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मुझे खुशी है कि मैंने दुनिया की एक चोटी की तलवारबाज के खिलाफ मुकाबला किया। ’’

भवानी ने कहा, ‘‘इस बीच मैंने कुछ गलतियां की लेकिन ऐसा होता है। साबरे में बहुत तेजी होती है। पहली बार भारतीय तलवारबाजी देख रहे होंगे इसलिए मुझे खुशी है कि मैं उन्हें अपना खेल दिखा सकी। ’’

चेन्नई की इस खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने तोक्यो ओलंपिक से अनुभव हासिल किया है जिसका उन्हें भविष्य में फायदा मिलेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरा पहला ओलंपिक है और मैं बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी लेकिन मुझे इस ओलंपिक से अनुभव मिला। यहां मुझे काफी कुछ सीखने को मिला जिससे मुझे आगे सुधार करने में मदद मिलेगी।’’

ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज भवानी के लिये ब्रूनेट का सामना करना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने तब भी अपना जज्बा बनाये रखा और ब्रूनेट को दूसरे पीरियड में कड़ी चुनौती दी।

भवानी देवी पहले पीरियड में 2-8 से पीछे हो गयी थी। ब्रूनेट ने दूसरे पीरियड की भी अच्छी शुरुआत की और स्कोर 11-2 कर दिया। भवानी ने इसके बाद लगातार चार अंक बनाये लेकिन वह नौ मिनट 48 सेकेंड तक चले मुकाबले में ब्रूनेट को पहले 15 अंक तक पहुंचने से नहीं रोक पायी।

इस स्पर्धा में जो भी तलवारबाज पहले 15 अंक हासिल करता है उसे विजेता घोषित किया जाता है।

इससे पहले भवानी ने अजीजी के खिलाफ शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने अजीजी के खुले ‘स्टांस’ का फायदा उठाया। इससे उन्हें अंक बनाने में मदद मिली।

सत्ताईस वर्षीय भवानी ने तीन मिनट के पहले पीरियड में एक भी अंक नहीं गंवाया और 8-0 की मजबूत बढ़त बना ली।

नादिया ने दूसरे पीरियड में कुछ सुधार किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त मजबूत करनी जारी रखी तथा छह मिनट 14 सेकेंड में मुकाबला अपने नाम किया।

भाषा

पंत सुधीर

सुधीर


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