भारतीय पैरा खेलों में बड़ी चीजें होंगी, क्रिकेट को शामिल करना संभव :विश्व पैरा एथलेटिक्स प्रमुख

भारतीय पैरा खेलों में बड़ी चीजें होंगी, क्रिकेट को शामिल करना संभव :विश्व पैरा एथलेटिक्स प्रमुख

भारतीय पैरा खेलों में बड़ी चीजें होंगी, क्रिकेट को शामिल करना संभव :विश्व पैरा एथलेटिक्स प्रमुख
Modified Date: September 18, 2025 / 07:06 pm IST
Published Date: September 18, 2025 7:06 pm IST

नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) विश्व पैरा एथलेटिक्स प्रमुख पॉल फिट्जगेराल्ड को विश्वास है कि भारत में पहली बार आयोजित हो रही विश्व चैंपियनशिप ना केवल देश में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेगी बल्कि अगले तीन वर्षों में होने वाले पैरालंपिक खेलों के लिए एक प्रमुख पड़ाव के रूप में भी काम करेगी।

फिट्जगेराल्ड अमेरिकी नागरिक हैं लेकिन उनके माता-पिता ऑस्ट्रेलिया से हैं जिसके कारण वह क्रिकेट प्रेमी हैं। उन्होंने यह भी संभावना जताई कि अगर अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) इस खेल को पैरालंपिक का हिस्सा बनाने की अनुमति देती है तो यह खेल पैरालंपिक का हिस्सा बन सकता है।

फिट्जगेराल्ड ने बृहस्पतिवार को यहां विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पदक अनावरण समारोह के दौरान कहा, ‘‘सौ से अधिक देश नयी दिल्ली आ रहे हैं (27 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व पैरा एथलेटिक्स के लिए)। उनके (एथलीटों) लिए विश्व चैंपियनशिप तक पहुंचना भी एक बड़ी उपलब्धि है, विशेषकर पिछले साल (पेरिस में) हुए पैरालंपिक खेलों के बाद।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘उस लय को बरकरार रखने का यह एक बेहतरीन मौका है। हम तीन साल बाद होने वाले एक और पैरालंपिक खेलों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और यह उसकी शुरुआत है। पहली बड़ी पैरा खेल प्रतियोगिता। दुनिया की सबसे बड़ी एकल पैरा खेल प्रतियोगिता और पेरिस खेलों के बाद होने वाली पहली प्रतियोगिता।’’

उन्होंने कहा कि भारत खेलों में जिस तरह का निवेश कर रहा है उससे पैरा खेलों में भी ‘उन्नत प्रगति’ सुनिश्चित होगी।

लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक खेलों के कार्यक्रम में क्रिकेट को शामिल किए जाने के बाद इसके पैरालंपिक खेलों का हिस्सा बनने की संभावना पर फिट्जगेराल्ड ने कहा कि ‘संभावना है’, बशर्ते एक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित हो।

उन्होंने कहा, ‘‘ध्यान देने योग्य बात यह है कि इस तरह की प्रतियोगिता (विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप) से पूरे पैरालंपिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा मिल सकता है। मेरे माता-पिता ऑस्ट्रेलिया से हैं। मैं क्रिकेट के बारे में जानता हूं। मुझे पता है कि यह इस देश के लिए महत्वपूर्ण है और मुझे लगता है कि पूरे खेल पारिस्थितिकी तंत्र का ध्यान रखा जाना चाहिए।’’

विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 104 देशों के 2200 पैरा एथलीट भाग लेंगे।

भाषा सुधीर मोना

मोना


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