बिंद्रा ने महामारी के बीच ओलंपिक क्वालीफाई करने वालो को ‘असाधारण’ उपलब्धि के लिए बधाई दी

बिंद्रा ने महामारी के बीच ओलंपिक क्वालीफाई करने वालो को ‘असाधारण’ उपलब्धि के लिए बधाई दी

बिंद्रा ने महामारी के बीच ओलंपिक क्वालीफाई करने वालो को ‘असाधारण’ उपलब्धि के लिए बधाई दी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:13 pm IST
Published Date: June 4, 2021 9:03 am IST

नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के इकलौते खिलाड़ी अभिनव बिंद्रा ने तोक्यो जाने वाले खिलाड़ियों की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए उन्होंने ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए क्वालीफाई कर ‘असाधारण’ उपलब्धि हासिल की है।

बिंद्रा ने 23 जुलाई से शुरू होने वाले इस खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों को बधाई देते हुए एक शुभकामना संदेश जारी किया है।

उन्होंने लिखा, ‘‘ आप में से प्रत्येक को अपने रास्ते में आने वाली हर चुनौती से पार पाने और तोक्यो ओलंपिक 2021 के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने के लिए बहुत-बहुत बधाई।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘ हर एथलीट के लिए, खेलों की यात्रा में वर्षों का कठोर प्रशिक्षण होता है और यह कठिनाइयों और असफलताओं से भरा होता है। जहाँ आप अभी हैं, वहाँ पहुँचने के लिए अत्याधिक समर्पण और लचीलापन की आवश्यकता होती है। हमारे देश की कुछ विशेष महिलाएँ और पुरुष ही वहां तक (ओलंपिक) पहुंव पाये हैं।’’

अब तक 100 खिलाड़ियों ने तोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई किया है जिसमें 56 पुरुष और 44 महिलाएं शामिल हैं।

बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले इस निशानेबाज ने कहा, ‘‘महामारी की इस स्थिति को देखते हुए आपकी यह दुर्लभ उपलब्धि और भी असाधारण है। आपको इन ओलंपिक खेलों की तैयारियों के लिए अपको अपनी संबंधित प्रशिक्षण योजनाओं को बदलने के लिए मजबूर किया होगा।’’

इस 38 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा,‘‘मैं आपको अपनी शुभकामनाएं और समर्थन देना चाहता हूं। एक ओलंपियन के रूप में, आपके पास हमेशा के लिए ओलंपिक खेलों की भावना का एक राजदूत बनने का अवसर होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आप पर गर्व है और आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं कि आप भारत में और अधिक ओलंपिक गौरव लाने की अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं। अगर आपको किसी सहायता की आवश्यकता है या आप केवल खेलों में मेरे अनुभवों पर चर्चा करना चाहते हैं, तो मैं यहां हमेशा उपलब्ध हूं।’’

भाषा आनन्द पंत

पंत


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