कंपाउंड मिश्रित टीम तीरंदाजी विश्व कप के फाइनल में पहुंची, भारत की नजरें दो स्वर्ण पर

कंपाउंड मिश्रित टीम तीरंदाजी विश्व कप के फाइनल में पहुंची, भारत की नजरें दो स्वर्ण पर

कंपाउंड मिश्रित टीम तीरंदाजी विश्व कप के फाइनल में पहुंची, भारत की नजरें दो स्वर्ण पर
Modified Date: April 21, 2023 / 10:06 pm IST
Published Date: April 21, 2023 10:06 pm IST

अंताल्या, 21 अप्रैल (भाषा) ज्योति सुरेखा वेनम और पदार्पण कर रहे ओजस देवताले की मिश्रित युगल जोड़ी ने शुक्रवार को यहां तीरंदाजी विश्व कप चरण एक में तीन आसान जीत के साथ कंपाउंड वर्ग के फाइनल में जगह पक्की की।

इस जोड़ी के फाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत के लिए दूसरा पदक पक्का हो गया।

स्वर्ण पदक के लिए भारतीय जोड़ी के सामने 12वीं वरीय चीनी ताइपे की जोड़ी की चुनौती होगी।

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ज्योति और ओजस की जोड़ी ने मलेशिया के फतिन नूरफतेह मेत सालेह और मोहम्मद जुवैदी माजुकी की जोड़ी को 157-154 से हरा कर फाइनल का टिकट कटाया।

अतनु दास, बी धीरज और तरुणदीप राय की भारतीय पुरुष रिकर्व टीम भी फाइनल में पहुंच चुकी है। भारतीय तिकड़ी रविवार को स्वर्ण पदक के लिए चीन के खिलाड़ियों से भिड़ेगी।

धीरज बोम्मादेवरा भी विश्व कप में पुरूषों की रिकर्व स्पर्धा में व्यक्तिगत पदक से एक जीत दूर हैं । उन्होंने तरूणदीप राय को 6 . 4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई ।

विश्व चैम्पियनशिप की पूर्व रजत पदक विजेता ज्योति महिला कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच गयी है। देश को उनसे तीसरे पदक की उम्मीद है।

मिश्रित युगल में ज्योति और उनके 20 वर्षीय जोड़ीदार को क्वालीफाइंग में दूसरे स्थान पर रहने के कारण दूसरे दौर में बाई मिली। उन्होंने इसके बाद लक्समबर्ग और फ्रांस के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार दो मैचों में जीत दर्ज की। भारतीय जोड़ी ने इन दोनों मैचों में सिर्फ एक अंक गंवाया।

ज्योति और ओजस 16 निशाने में से सिर्फ एक बार 10 अंक वाले निशाने से चूके। उन्होंने प्री-क्वार्टर और क्वार्टर दोनों में संभावित 160 में से 159 अंक हासिल किए। लक्समबर्ग ने 157 अंक बनाए, जबकि फ्रांस 156 अंक बनाने में सफल रहा।

सेमीफाइनल में शुरुआती दो दौर में भारतीय और मलेशियाई टीम क्रमश: 39 और 40 अंक के साथ बराबरी पर थी। तीसरे दौर में भारतीय जोड़ी ने मेत सालेह और जुवैदी माजुकी के 37 के मुकाबले 39 अंक बना कर बढ़त कायम की। ज्योति और ओजस ने इसके बाद चौथे दौर में भी 39 का स्कोर बना मुकाबला अपने नाम कर लिया।

रिकर्व में भारतीय जोड़ी ने निराश किया । अतनु दास और पदार्पण कर रही भजन कौर की 11वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी 2-0 की बढ़त को बरकरार रखने में विफल रही और निचली वरीयता प्राप्त डेनमार्क की जोड़ी से 3-5 (37-36, 34-35, 35-35, 34-36) हार गयी।

भाषा मोना

मोना


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