नयी दिल्ली, 18 मार्च (भाषा) भारत के अनुभवी राइफल निशानेबाज संजीव राजपूत ने गुरूवार को कहा कि दिल्ली विश्व कप तोक्यो ओलंपिक से पहले निशानेबाजों के लिये ‘परफेक्ट’ परीक्षण टूर्नामेंट हो सकता है क्योंकि वे कोरोना-19 महामारी के कारण एक साल से ज्यादा समय बाद शीर्ष स्तरीय टूर्नामेंट में वापसी कर रहे हैं।
शॉटगन को छोड़कर भारतीय निशानेबाजों का अंतिम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट चीन के पुतियान में सत्र का अंतिम आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल्स था जिसमें उन्होंने काफी पदक जीते थे। इसके बाद महामारी के कारण पिछले साल मार्च से ही सामान्य जीवन बाधित हो गया।
राजपूत ने टूर्नामेंट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘यह विश्व कप इस मायने में महत्वूपर्ण है कि यह निशानेबाजों के लिये ओलंपिक से पहले परीक्षण टूर्नामेंट के तौर पर काम कर सकता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसे ओलंपिक से पहले ‘ड्रेस रिहर्सल’ भी कहा जा सकता है। इससे रैंकिंग के आधार पर कोटा भी मिलेंगे और जिन निशानेबाजों को अभी कोटा हासिल करना है, वे निश्चित रूप से यहां इसमें ये हासिल करना चाहेंगे। ’’
चालीस वर्षीय राजपूत ने 2019 रियो डि जिनेरियो विश्व कप में तोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल किया था, जिसमें उन्होंने पुरूष 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
भाषा नमिता पंत
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