युवाओं का सशक्तिकरण और जमीनी हकीकत का सामना जरूरी , कोरोना महामारी के बीच बोले बिंद्रा

युवाओं का सशक्तिकरण और जमीनी हकीकत का सामना जरूरी , कोरोना महामारी के बीच बोले बिंद्रा

युवाओं का सशक्तिकरण और जमीनी हकीकत का सामना जरूरी , कोरोना महामारी के बीच बोले बिंद्रा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:49 pm IST
Published Date: September 18, 2020 11:35 am IST

नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) ओलंपिक चैम्पियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कोविड-19 महामारी से जारी जंग पर कहा कि युवा सशक्तिकरण, डिजिटल परिदृश्य का लाभ उठाकर और जमीनी हकीकत का सामना करके पूरे भारत को ‘एक साथ’ इस की चपेट से बाहर निकलना चाहिये।

ओलंपिक व्यक्तिगत स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता एकमात्र भारतीय बिंद्रा इस अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट के कारण जान और आजीविका को हुए नुकसान से बेहद दुखी हैं।

बिद्रा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ मैं संभवतः ऐसे ज्यादातर मुद्दों की कल्पना नहीं कर सकता, जिसका सामना देश भर के लोग कर रहे हैं। मैं उन्हें खुद पर विश्वास रखने के लिए केवल अपनी शुभकामनाएं और प्रोत्साहन दे सकता हूं जिससे वे आगे बढ़ सके।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘ एक-दूसरे का समर्थन करने और एक बेहतर दिन के लिए एक साथ प्रयास करने के जज्बे ने इस राष्ट्र का निर्माण किया है। इस से हम एकजुट होकर बाहर निकलेंगे।’’

सैतीस साल के बिंद्रा ‘सनफीस्ट इंडिया रन ऐज वन’ पहल के साथ जुड़कर ऐसी मुहिम में हाथ बंटा रहे है जिससे महामारी के दौरान मुश्किल समय का सामना कर रहे लाखों भारतीय के लिए धन जुटाया जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मानना ​​है कि यह महत्वपूर्ण है, जहां भी संभव हो, परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद करने वालों का समर्थन करना चाहिये। मैंने ‘सनफीस्ट इंडिया रन ऐज वन’ पहल के बारे में लगभग एक महीने पहले सुना था, मुझे इससे जुड़ने की खुशी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह हर किसी के लिए है। मैं सभी नागरिकों से आग्रह करूंगा कि वे मुहिम में शामिल हों और इसका हिस्सा बने जिससे किसी के आजीविका का समर्थन हो सके।’’

भाषा आनन्द मोना

मोना


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