हॉकी इंडिया ने मुख्य कोच ओल्टमैंस को बर्खास्त किया, समिति का मानना है कि तुरंत फैसला लेने की जरूरत है और बदलाव हमेशा सहज नहीं होता। हमें 2018 में एशियाई खेलों, विश्व कप और 2020 ओलंपिक खेलों में उम्दा प्रदर्शन के लिए यह करना होगा।
हॉकी इंडिया ने शनिवार को राष्ट्रीय कोच रोलेंट ओल्टमैंस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम के लगातार औसत प्रदर्शन के बाद पद से हटा दिया। हाई परफारमेंस निदेशक डेविड जॉन फिलहाल टीम के अंतरिम कोच होंगे। यह फैसला हॉकी इंडिया की हाई परफारमेंस और डेवलपमेंट कमेटी की तीन दिवसीय बैठक में लिया गया जो शनिवार को खत्म हुई।महासंघ ने इस बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया लेकिन यह स्पष्ट था कि हॉकी इंडिया के हुक्मरान इस डच कोच से खुश नहीं थे। हॉकी इंडिया ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमैंस के इस्तीफे समेत कई अहम फैसले लिए गए। इसमें कहा गया कि रोलेंट ओल्टमैंस ने मुख्य कोच के रूप में टीम की फिटनेस सुधारने पर काफी काम किया लेकिन टीम का प्रदर्शन आशातीत नहीं रहा। तीन दिन तक चली इस बैठक में 24 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया।
हॉकी इंडिया की चयन समिति के प्रमुख हरबिंदर सिंह ने कहा कि हम 2016 और 2017 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। हमारा मानना है कि एशिया में जीत सफलता का मानदंड नहीं हो सकती। इसमें कहा गया कि हमें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में नतीजे दिखाने होंगे। पिछले दो सालों में वैसी सफलता नहीं मिली है। ऐसी सफलता पाने के लिए हमें कड़े फैसले लेने होंगे। इसमें कहा गया कि कोचिंग का मौजूदा प्रारूप एक सीमा से आगे नतीजे नहीं दिखा पा रहा था। समिति का मानना है कि तुरंत फैसला लेने की जरूरत है और बदलाव हमेशा सहज नहीं होता। हमें 2018 में एशियाई खेलों, विश्व कप और 2020 ओलंपिक खेलों में उम्दा प्रदर्शन के लिए यह करना होगा।