नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) ओलंपिक के शुरुआती चरण में कठिन प्रतिद्वंद्वियों का सामना करने को लेकर बेफिक्र दो बार की विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने बुधवार को कहा कि जब उन्हें मुश्किल ड्रा मिलता है तो वह बेहतर प्रदर्शन करती हैं।
इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले साल अक्टूबर में एशियाई खेलों के दौरान 50 किलोग्राम भार वर्ग में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
जरीन ने भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ओलंपिक में वरीयता या रैंकिंग का कोई मायने नहीं होता है। वहां सब कुछ कौशल और आपकी किस्मत पर निर्भर करता है। मुझे नहीं पता कि पहले दौर में या दूसरे दौर में मेरा सामना किससे होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ वरीयता ज्यादा मायने नहीं रखती क्योंकि ऐसे कई मुक्केबाज हैं जो वरीयता के बाद भी पदक नहीं जीत पाते। मैंने यह भी देखा है कि जब भी मुझे कठिन ड्रॉ मिलता है तो मैं उस समय अच्छा प्रदर्शन करती हूं।’’
भाषा आनन्द
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