अंतिम पंघाल फाइनल में, अंशु सहित तीन अन्य कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगे

अंतिम पंघाल फाइनल में, अंशु सहित तीन अन्य कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगे

अंतिम पंघाल फाइनल में, अंशु सहित तीन अन्य कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगे
Modified Date: April 12, 2023 / 04:27 pm IST
Published Date: April 12, 2023 4:27 pm IST

अस्ताना, 12 अप्रैल (भाषा) भारत की युवा पहलवान अंतिम पंघाल ने जवाबी हमले का शानदार नमूना पेश करते हुए बुधवार को यहां एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के 53 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया जबकि अंशु मलिक जापान की साए नैंजो के रक्षण को तोड़ने में नाकाम रही और उन्हें अब कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा।

पिछले साल अंडर 20 विश्व चैंपियन बनने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी 18 वर्षीय पंघाल ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से हराया और फाइनल तक की राह में केवल एक अंक गंवाया।

पंघाल ने सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान की अक्तेंग क्यूनिमजाएवा के खिलाफ चेतावनी मिलने के कारण एक अंक गंवाया लेकिन उन्होंने यहां मुकाबला आसानी से 8-1 से जीता।

 ⁠

पंघाल ने अपने अभियान की शुरुआत सिंगापुर की सिआओ पिंग एलविना लिम के खिलाफ आसान जीत के साथ की और इसके बाद क्वार्टरफाइनल में चीन की ली डेंग को 6-0 से हराया।

स्वर्ण पदक के लिए उनका मुकाबला 2021 की विश्व चैंपियन जापान की अकारी फुजिनामी से होगा जिन्होंने 2020 में सीनियर स्तर पर प्रतिस्पर्धा शुरू करने के बाद बमुश्किल ही कोई मुकाबला गंवाया होगा।

अंशु मलिक से 57 किग्रा भार वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन 2021 की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता यह भारतीय खिलाड़ी मौजूदा अंडर 23 विश्व चैंपियन नैंजो के खिलाफ अंक बनाने के लिए जूझती रही।

जापानी पहलवान ने पहले पीरियड में आक्रामकता भी दिखाई जबकि अंशु को निष्क्रिय बने रहने के लिए एक अंक गंवाना पड़ा। नैंजो ने भी दूसरे पीरियड में निष्क्रियता के लिए अंक गंवाया लेकिन इसके बाद वह हावी हो गई और जब रेफरी ने मुकाबला रोका तब जापानी पहलवान 5-1 से आगे थी।

अंशु इस मुकाबले के दौरान चोटिल हो गई थी और अगर वह फिट रहती हैं तो कांस्य पदक के लिए मंगोलिया की एर्डेनेसुवद बैट एर्डीन से भिड़ेगी।

इस बीच मनीषा (65 किग्रा), रीतिका (72 किग्रा) और सोनम मलिक (62 किग्रा) कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगी।

सोनम को क्वार्टरफाइनल में मंगोलिया की ओरखोन प्योरवदोर्ज से हार गई थी लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी ने फाइनल में पहुंचने के बाद इस भारतीय खिलाड़ी को प्रतियोगिता में वापसी करने का मौका मिला।

भारत ने प्रतियोगिता में अब तक छह पदक जीते हैं। इनमें चार पदक ग्रीको रोमन पहलवानों ने जीते हैं। मंगलवार को निशा दहिया (68 किग्रा) ने रजत और प्रिया (76 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता था।

भाषा पंत मोना

मोना


लेखक के बारे में