राष्ट्रीय मुख्य कोच ने कहा, भारतीय निशानेबाज पैरालंपिक में कम से कम चार पदक जीतने में सक्षम

राष्ट्रीय मुख्य कोच ने कहा, भारतीय निशानेबाज पैरालंपिक में कम से कम चार पदक जीतने में सक्षम

राष्ट्रीय मुख्य कोच ने कहा, भारतीय निशानेबाज पैरालंपिक में कम से कम चार पदक जीतने में सक्षम
Modified Date: November 29, 2022 / 08:17 pm IST
Published Date: July 12, 2021 10:09 am IST

नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) पैरालंपिक में निशानेबाजों से कम से कम चार पदक की उम्मीद कर रहे मुख्य राष्ट्रीय कोच जेपी नौटियाल ने कहा कि भारतीय पैरा निशानेबाज तोक्यो खेलों में कुछ अच्छे नतीजे हासिल करने में सक्षम हैं।

तोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए भारत के रिकॉर्ड 10 पैरा निशानेबाजों ने क्वालीफाई किया है। पैरालंपिक 24 अगस्त से शुरू हो रहे हैं। रियो खेलों में सिर्फ एक निशानेबाज नरेश शर्मा ने राइफल स्पर्धा में क्वालीफाई किया था।

नौटियाल ने कहा, ‘‘सभी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और एकाग्र हैं। मुझे यकीन है कि वे अच्छे नतीजे हासिल करेंगे। मुझे टीम से स्वर्ण पदक सहित कम से कम चार पदक की उम्मीद है।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी टीम के लिए शानदार सफर रहा जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में शानदार नतीजे दिए। उनमें से कई निशानेबाजों में फाइनल्स में अच्छे नतीजे हासिल करने का जज्बा है।’’

दस सदस्यीय टीम में शीर्ष पिस्टल निशानेबाज सिंहराज और मनीष नरवाल भी शामिल हैं। पूरी टीम डॉ. कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में रोजाना छह घंटे की ट्रेनिंग कर रही है जिसके शारीरिक और मानसिक ट्रेनिंग, निशानेबाजी, स्ट्रेंथनिंग और स्ट्रेचिंग शामिल है।

निशानेबाजी तकनीकी समिति (एसटीसी) के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह संतुलित टीम है जिसमें युवा और सीनियर खिलाड़ियों को मिश्रण है और इनमें से अधिकतर ने पिछले महीने से जारी ट्रेनिंग के दौरान शानदार स्कोर बनाए हैं।’’

नौटियाल की सबसे बड़ी चिंता कोविड-19 महामारी के बीच खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य है।

उन्होंने कहा, ‘‘काफी देशों ने पिछले कुछ समय में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है विशेषकर युक्रेन और रूस ने। तोक्यो 2020 खेल निश्चित तौर पर चुनौतीपूर्ण होंगे।’’

नौटियाल ने कहा, ‘‘मेरी सबसे बड़ी चिंता कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के बीच टीम को सुरक्षित और स्वस्थ रखना है।’’

टीम:

पुरुष: मनीष नरवाल (पी1, पी4), सिंहराज (पी1, पी4), दीपेंदर सिंह (पी1), दीपक (आर1, आर6, आर7), सिद्धार्थ बाबू (आर3, आर6), स्वरूप महावीर उनहालकर (आर1), आकाश (पी3, पी4) और राहुल जाखड़ (पी3)।

महिला: अवनी लेखाड़ा (आर2, आर3, आर6, आर8) और रूबिना फ्रांसिस (पी2)।

भाषा सुधीर पंत

पंत


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