सनराइजर्स को आठ विकेट से रौंद कर केकेआर ने कटाया आईपीएल फाइनल का टिकट |

सनराइजर्स को आठ विकेट से रौंद कर केकेआर ने कटाया आईपीएल फाइनल का टिकट

सनराइजर्स को आठ विकेट से रौंद कर केकेआर ने कटाया आईपीएल फाइनल का टिकट

:   Modified Date:  May 21, 2024 / 11:17 PM IST, Published Date : May 21, 2024/11:17 pm IST

अहमदाबाद, 21 मई (भाषा) मिचेल स्टार्क (34 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद कप्तान श्रेयस अय्यर ( 24 गेंद में नाबाद 58) और वेंकटेश अय्यर (28 गेंद में नाबाद 51) की आक्रामक पारियों से कोलकाता नाइट राइडर्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले क्वालीफायर मुकाबले में मंगलवार को सनराइजर्स हैदराबाद को 38 गेंद शेष रहते आठ विकेट से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।

सनराइजर्स की पारी को 159 रन पर समेटने के बाद केकेआर ने महज 13.4 ओवर में दो विकेट पर 164 रन बना कर चौथी बार इस लीग में फाइनल का टिकट कटाया।

 सनराइजर्स को 26 मई को खेले जाने वाले फाइनल में जगह बनाने के लिए राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच बुधवार को खेले जाने वाले एलिमिनेटर के विजेता से शुक्रवार (24 मई)  भिड़ना होगा।

श्रेयस और वेंकटेश दोनों ने अपनी नाबाद पारियों में एक समान पांच चौके और चार छक्के जड़े।  दोनों ने तीसरे विकेट के लिए महज 44 गेंद में 97 रन की अटूट साझेदारी कर टीम की एकतरफा जीत पक्की की।

आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी स्टार्क को शुरुआती ओवरों में वैभव अरोड़ा (17 रन पर एक विकेट) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने पहले दो ओवरों में शानदार लय में चल रहे सनराइजर्स के सलामी बल्लेबाजों ट्रेविस हेड (शून्य) और अभिषेक शर्मा (तीन) को पवेलियन की राह दिखा दी।

वरुण चक्रवर्ती (26 रन पर दो विकेट) और सुनील नारायण (40 रन पर एक विकेट) की फिरकी ने मध्यक्रम में सनराइजर्स के बल्लेबाजों को ज्यादा देर तक पैर जमाने का मौका नहीं दिया। हर्षित राणा (27 रन पर एक विकेट) और आंद्रे रसेल (15 रन पर एक विकेट) को भी एक-एक सफलता मिली।

सनराइजर्स के लिए राहुल त्रिपाठी ने 35 गेंद की पारी में सात चौके और एक छक्का की मदद से 55 रन बनाने के साथ हेनरिच क्लासेन (32) के साथ महज 37 गेंद में 62 रन की आक्रामक साझेदारी की। क्लासेन ने 21 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया।

आखिरी ओवरों में कप्तान पैट कमिंस ने 24 गेंद में दो चौके और इतने ही छक्के की मदद से 30 रन बनाकर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने आखिरी विकेट के लिए विजयकांत व्यासकांत (नाबाद सात) के साथ 33 रन जोड़े।

लक्ष्य का पीछा करते हुए फिल सॉल्ट की जगह टीम में आये विकेटकीपर रहमानुल्लाह गुरबाज ने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ चौके के साथ खाता खोला तो वही नारायण ने दूसरे ओवर में कमिंस (38 रन पर एक विकेट) का स्वागत लगातार दो चौके से किया। गुरबाज ने इस ओवर में छक्का लगाने के बाद भुवनेश्वर के खिलाफ भी गेंद दर्शकों के पास भेजा।

टी नटराजन (22 रन पर एक विकेट) ने चौथे ओवर में उनकी 14 गेंद में 23 रन की पारी को खत्म किया।

क्रीज पर आये वेंकटेश अय्यर ने भुवनेश्वर के खिलाफ लगातार दो चौके लगाये तो वहीं नारायण ने नटराजन की गेंद को सीमा रेखा के पार भेज पावर प्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 63 रन कर दिया।

अपने शुरुआती ओवर में 16 रन लुटाने वाले कमिंस ने खतरनाक हो रहे नारायण को व्यासकांत के हाथों कैच कराकर आउट किया।

वेंकटेश पर हालांकि इसका खास असर नहीं पड़ा और उन्होंने कमिंस और फिर व्यासकांत पर छक्का जड़ रन गति को बनाये रखा।

कप्तान श्रेयस अय्यर को 10वें ओवर में व्यासकांत की गेंद पर उस समय जीवनदान मिला जब विकेटकीपर क्लासेन और त्रिपाठी के बीच गफलत के कारण कैच झटक गया। उन्होंने अगले ओवर में नटराजन के खिलाफ छक्का और चौका जड़कर इस जीवनदान का जश्न मनाया।

कमिंस ने विकेट की तलाश में गेंद हेड को थमाई लेकिन श्रेयस और वेंकटेश ने शानदार चौके लगाकर उन्हें असरहीन किया। वेंकटेश ने रेड्डी के खिलाफ छक्का लगाकर 28 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।

श्रेयस ने हेड के खिलाफ लगातार गेंदों पर तीन छक्के और चौका लगाकर टीम को जीत दिलाने से पहले महज 23 गेंद में अपना पचासा पूरा किया।

इससे पहले  गेंदबाजी का न्योता मिलने के बाद स्टार्क ने अपने शुरुआती तीन ओवरों में तीन विकेट चटकाकर आईपीएल में अपनी महंगी कीमत को चिरतार्थ किया। उन्होंने पहले ओवर में शानदार लय में चल रहे हेड को बोल्ड करने के बाद पारी के पांचवें ओवर में लगातार गेंदों पर नीतिश कुमार रेड्डी ( नौ रन) और शाहबाज अहमद (शून्य) को चलता किया। इस बीच अरोड़ा ने पारी के दूसरे ओवर में आंद्रे रसेल के हाथों कैच कराकर अभिषेक को पवेलियन भेजा।

विकेटों के पतन के बीच त्रिपाठी ने पावर प्ले में इन दोनों गेंदबाजों के खिलाफ चौके जड़े जिससे छह ओवर के बाद टीम का स्कोर चार विकेट पर 45 रन हो गया।

त्रिपाठी ने आठवें ओवर में हर्षित की गेंद को दर्शकों के पास भेज कर पारी का पहला छक्का जड़ा तो दूसरे छोर से क्लासेन ने नारायण की गेंद पर शानदार छक्का और फिर चौका लगाकर रन गति को तेज किया।

चक्रवर्ती के खिलाफ 11वें ओवर में चौके के साथ त्रिपाठी ने अपना अर्धशतक और टीम के रनों का शतक पूरा किया। उन्होंने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश कर रहे क्लासेन को पवेलियन की राह दिखा दी।

अब्दुल समद (16) ने सुनील नारायण के खिलाफ दो छक्के लगाये लेकिन त्रिपाठी उनके साथ गफलत का शिकार होकर रन आउट हो गये। अगली गेंद पर नारायण ने सनवीर को खाता खोले बगैर बोल्ड किया।

टीम को जब समद से लंबी पारी की उम्मीद थी तक वह 15वें ओवर में हर्षित की गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश में कप्तान श्रेयस अय्यर को कैच दे बैठे। चक्रवर्ती ने भुवनेश्वर कुमार (शून्य) को पगबाधा कर सनराइजर्स को 126 रन पर नौवां झटका दिया।

कमिंस ने इसके बाद व्यासकांत के साथ समझदारी से बल्लेबाजी करते हुए चक्रवर्ती और स्टार्क के खिलाफ छक्के जड़कर टीम को 150 रन के पार पहुंचाया। वह आखिरी ओवर में रसेल की गेंद पर आउट हुए।

भाषा आनन्द

आनन्द

 

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